बीकानेर,बाड़मेर अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस के अभियान के दावों के बीच एक चौंकाने वाली खबर आई है। 10 हजार 864 हिस्ट्रीशीटर (आदतन अपराधी) भी प्रदेश में बसे और छिपे हुए हैं।
पुलिस विभाग द्वारा पोर्टल पर जारी आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में सर्वाधिक 1772 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट उदयपुर रेंज में खुली है. 1592 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट के साथ जोधपुर रेंज में दूसरे नंबर पर है। उदयपुर में सबसे ज्यादा 684 हिस्ट्रीशीटर, उसके बाद अजमेर 491 और बाड़मेर 450 अपराधियों के साथ तीसरे स्थान पर है। दरअसल, उदयपुर रेंज के बाद जोध बाड़मेर सहित प्रदेश भर में अपराधों की संख्या में इजाफा हुआ है। अपराध बढ़ने के साथ ही हिस्ट्रीशीट भी खुल रही है. उदयपुर के बाद सबसे ज्यादा इतिहास पत्र जोधपुर रेंज में खोले गए हैं। प्रदेश के जिलों में उदयपुर पहले, अजमेर दूसरे और बाड़मेर तीसरे नंबर पर है।
बाड़मेर एएसपी नरपत सिंह के मुताबिक अपराधिक अपराध लगातार सक्रिय है. आपराधिक गतिविधियों में लगातार अपराध होता रहता है। इस वजह से पुलिस की नजर रखना और रिकॉर्ड रखना जरूरी है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए हिस्ट्रीशीट खोली जाती है। छोटा हो या बड़ा अपराध करते समय जब कोई अपराधी कोई बड़ी घटना को अंजाम दे देता है तो यह पुलिस के लिए सिरदर्द बन जाता है। वह बार-बार अपराध करता रहता है। जघन्य अपराध होने पर पुलिस अपनी हिस्ट्रीशीट खोलती है। इसमें अपराधी का इतिहास शामिल है। उसका नाम, पता, पूरे परिवार सहित उम्र, उसके द्वारा किए गए अपराध, फिंगर प्रिंट, फुट प्रिंट और हर गतिविधि का ब्योरा दर्ज किया जाता है।
उदयपुर रेंज : उदयपुर-684, चित्तौड़गढ़-420, प्रतापगढ़-194, राजसमंद-186, बांसवाड़ा-167, डूंगरपुर-121
जोधपुर रेंज : बाड़मेर-450, जैसलमेर-247, जालोर-196, जोधपुर ग्रामीण-172, पाली-351, सिरोही-176
कोटा रेंज : बारां-265, बूंदी-295, झालावाड़-326, कोटा सिटी-391, कोटा ग्रामीण-210
अजमेर रेंज : अजमेर-491, भीलवाड़ा-289, नागौर-415, टोंक-228
जयपुर रेंज : अलवर-228, भिवाड़ी-194, दौसा-136, जयपुर ग्रामीण-154, झुंझुनू-235, सीकर-344
बीकानेर रेंज : बीकानेर-415, चूरू-177, हनुमानगढ़-140, श्रीगंगानगर-353
भरतपुर रेंज : भरतपुर-337, धौलपुर-148, करौली-248, सवाई माधोपुर-171
जयपुर कमिश्नरेट: जयपुर ईस्ट-157, नॉर्थ-318, साउथ-161, वेस्ट-241
जोधपुर आयुक्तालय : पूर्व-201, पश्चिम 230
जीआरपी रेंज : जीआरपी अजमेर-1, जीआरपी जोधपुर-1