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बीकानेर,शनिवार को महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम “हमारा संविधान हमारा सम्मान” में भारत के मुख्य न्यायाधीश डॉ. डी.वाई. चंद्रचूड़ व केन्द्रीय विधि मंत्री अर्जुनराम मेघवाल द्वारा बीकानेर में बीकानेर के अधिवक्ताओं के लिए ई-कोर्ट फेज 3 के कार्यक्रम की शुरूआत करने एवं बीकानेर से राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर में वर्चुअल सुनवाई की घोषणा करने पर आज सोमवार को बार एसोसिएशन, बीकानेर के सभागार में सभापति आर.के.दास गुप्ता की अध्यक्षता में आम सभा बुलाई जाकर बार एसोसिएशन, बीकानेर द्वारा सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर 12 मार्च को दोपहर 2.00 बजे भारत सरकार के केन्द्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल का स्वागत एवं सम्मान समारोह बार एसोसिशन, बीकानेर के कॉन्फ्रेंस हॉल में किये जाने का निर्णय लिया गया तथा साथ ही बीकानेर में वर्चुअल हाई कोर्ट की घोषणा होने के पश्चात जोधपुर के अधिवक्ताओं द्वारा बीकानेर में हाई कोर्ट वर्चुअल बैंच के खोले जाने की घोषणा के विरोध में आज उच्च न्यायालय जोधपुर में किए गए कार्य स्थगन की घोर निंदा करते हुए बार एसोसिएशन, बीकानेर के अधिवक्ताओं ने भारत सरकार के केन्द्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल व मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ के प्रति आभार प्रकट कर प्रशंसा जताई। आमसभा में बार एसोसिएशन, बीकानेर के सचिव भंवरलाल बिश्नोई ने प्रस्ताव पारित करते हुए कहा कि बीकानेर संभाग में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना हेतु अधिवक्ताओं द्वारा लगातार मांग की जा रही थी। उक्त मांग पर बीकानेर सांसद व केन्द्रीय विधि मंत्री अर्जुनराम मेघवाल द्वारा विशेष प्रयास करते हुए बीकानेर के अधिवक्ताओं को एक नई सौगात दी है, जिसे बीकानेर के अधिवक्ताओं के लिए ऐतिहासिक दिन के रूप में याद किया जावेगा। अध्यक्ष रघुवीर सिंह राठौड़ ने कहा कि बीकानेर में वर्चुअल हाईकोर्ट बैंच और वर्चुअल सुनवाई की सुविधा प्रधान करने से खफा होकर जोधपुर के अधिवक्ताओं द्वारा न्याय की विकेन्द्रिकरण की नीति का विरोध किया जाकर, न्यायिक कार्य स्थगित करना भारत सरकार की नीति के विरूद्ध है जिसकी बार एसोसिएशन बीकानेर घोर निंदा करती है। बार काउंसिल सदस्य कुलदीप कुमार शर्मा ने कहा कि देश के चहुंमुखी विकास के दौर में न्यायिक प्रक्रिया का विकास एवं फैलाव सुनिश्चित करना भारत सरकार का दायित्व है जिसका विरोध करने के बजाय स्वागत किया जाना चाहिए। इस दौरान बिहारी सिंह राठौड़, सुरेन्द्र पाल शर्मा, कमलनारायण पुरोहित, किशन सांखला, अजय कुमार पुरोहित, अंजू संचान, रमेश जोशी आदि ने अपने विचार रखे और आम सभा में लिये गये प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की। इस दौरान उपाध्यक्ष प्रहलाद जाखड़, ओ पी हर्ष, हरिनारायण सारस्वत, घनश्याम ओझा, किशोर सिंह शेखावत, हेमन्त सिंह चौहान, शिवपाल सिंह राठौड़, अनिल सोनी एडवोकेट, हड़मान बिश्नोई, प्रेम बिश्नोई, फूलचन्द चौधरी,, राजकुमारी पुरोहित, नेहा खान सहित अनेक अधिवक्ता मौजूद रहे।

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