
बीकानेर,आपातकाल एक ऐसा काल या यूं कहें कि समय जिसे जिसने भी देखा और भोगा है, वह इसे शायद ही भूल पाया है। अधिकांश लोग जिन्होंने आपातकाल में जेल की सजा पाई है, गौर करें तो उनमें से बहुत से लोग तो अब इस दुनिया में है ही नहीं और जो है वह आपातकाल को भूलाए नहीं भूलते हैं। उनमें से ही एक हैं बनवारी लाल जिन्होंने आपातकाल को भोगा है। वे आज भी आपातकाल को याद कर भावुक हो जाते हैं। वर्तमान में वह गुरुग्राम में रहते हैं और कभी बीकानेर भी उनका आश्रय स्थल रहा है। आज भले ही उनकी उम्र ९० वर्ष हो, लेकिन जब पुराने जमाने को याद करते हैं आंखे नम हो जाती है। वजह, आज उनके सभी साथी इस दुनिया से जा चुके हैं। बनवारीलाल स्वयं गुरुग्राम में रहते हैं। कभी फोटोग्राफी का शौक भी था और व्यवसाय भी, आरएसएस से जुड़े हैं तो भाजपा के कार्यकर्ता होना भी स्वाभाविक है। बनवारीलाल जी को हरियाणा सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा तामपत्र से भी सम्मानित किया जा चुका है।