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बीकानेर। राष्ट्रीयकृत बैंको के नीजिकरण और केन्द्र सरकार की ओर से थोपी जा रही बैंकिंग नीतियों के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन बैंकों में ताले लटके रहे और बैंक कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन कर केन्द्र सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलन्द की। बैंकों की हड़ताल के कारण जिले ३५० करोड़ का बैंकिंग कारोबार ठप्प रहा है। वहीं नगदी निकासी के लिये एटीएम मशीनों पर हुजुम सा उमड़ पड़ा। हड़ताल के आव्हान पर बैंक कर्मियों ने यहां स्टेशन रोड़ स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने से विशाल वाहन रैली निकाली। बैंक कर्मियों की यह रैली स्टेशन रोड़,कोटगेट,केईएम रोड़ होते हुए कलक्टरी पहुंची जहां विरोध प्रदर्शन के बाद आयोजित सभा में बैंक कर्मचारी नेताओं ने संबोधित कर बैंकों के नीजिकरण की नीति का जमकर विरोध किया। सभा को एनसीबीई के मुकेश शर्मा,मृत्युजंय,रामदेव राठौड़,जय श्ंाकर खत्री,जेपी वर्मा,एसडी नागल,अक्षय व्यास,आनन्द ज्याणी,निर्मला गोदारा,वाईके योगी समेत अनेक बैंक कर्मचारी नेताओं ने संबोधित किया। सभा को संबोधित करते हुए बैंक कर्मचारी नेता मुकेश शर्मा ने बताया कि सार्वजनिक बैंकों का निजीकरण हमारे विकासशील देश के हित में नहीं रहेगा। निजी क्षेत्र के बैंक पब्लिक को सरकारी योजनाओं के लिए ऋण नहीं देते, अगर हमारे बैंक भी निजी हो गए तो आम आदमी को ये ऋण नहीं मिल पाएंगे। इससे देश की आर्थिक विकास की गति कमजोर होगी।यह हड़ताल शुक्रवार को दूृसरे दिन भी जारी रहेगी और इससे बैंकिग कारोबार लगातार दो दिन ठप्प रहेगा । हड़ताल के कारण अंतरण लेनदेन,नकदी लेनदेन, मनी ट्रांसफर, समाशोधन जैसे कोई भी बैंकिंग कार्य नहीं होने से कारोबारी खासे परेशान रहे।
-आज निकाली जायेगी पैदल रैली
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर 3 दिसंबर से इस विधेयक के विरोध में आंदोलन शुरू हुआ। 7 दिसंबर को पीपी ब्रांच के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया। 9 दिसंबर को काले बैज बांधकर विरोध जताया गया। 13 को मास्क धारण का विरोध जताया। हड़ताल के दूसरे शुक्रवार सुबह एसबीआई की पब्लिक पार्क ब्रांच से पैदल रैली जिला कलेक्टर कार्यालय तक निकाली जाएगी तथा मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया जायेगा। बैंक कर्मियों के इस आंदोलन को रेलवे कर्मचारी नेता अनिल व्यास,इंटक नेता हेंमत किराडू,रहमान कोहरी,सीटू के मूलचंद खत्री समेत अनेक केन्द्रीय कर्मचारी संगठनों ने अपना समर्थन दिया है। बैंकों में

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