बीकानेर,बाल वाहिनियो के संचालकों द्वारा कल अकस्मात हड़ताल पर चले जाने से हजारों बच्चो और उनके अभिभावकों को परेशान होना पड़ा और बच्चे घंटो स्कूल के बाद घर से दूर रहे परेशान हुए धूप से भूख से इसके लिए कल से बाल वाहिनियों के पक्ष में बुद्धिजीवियों के बयान आ रहे है कोई संभागीय आयुक्त को हीरोगिरी बता रहा है कोई उस आदेश को तुगलकी
अरे तुगलकी आदेश तुरंत हो जाते थे और ऐसा कल बाल वाहिनियों ने किया बिना पूर्व सूचना के हड़ताल पर गए और सबको परेशान किया
इसके लिए तुरंत बाल वाहिनी संचालक बच्चो के अभिभावकों से माफी मांगे क्योंकि ये उनकी हठ धर्मिता की पराकाष्ठा थी ये वही बच्चे है जो आपको सालों से पोषित कर रहे है इनके बूते आपका घर चल रहा है उन नोनिहालो को आपकी वजह से भूखा रहना पड़ा माफी तो आपको मांगनी होगी
अब बात करते है संभागीय आयुक्त के आदेश की
जनता और अभिभावकों को यह समझना होगा की संभागीय आयुक्त का आदेश दस से 12 दिन पहले आया था की 1 अगस्त से ओवरलोड बाल वाहिनियों का चालान काटा जाएगा बाल वाहिनी संचालक तब तक इस बात की व्यवस्था कर ले की उनकी गाड़ियों में संख्या से अधिक बच्चे ना हो और उसके लिए पूरा समय दिया गया फिर भी बाल वाहिनिया ओवरलोड पाई गई
अब अगर इतने समय में भी आपके द्वारा व्यवस्था नहीं की जाती है तो इसका सारा दोष आपका स्वय का है बाल वाहिनी संचालक महोदय फिर दोष सरकारी व्यवस्था को क्यों और इसका खामियाजा बच्चे क्यों भुगते
जब भी कोई बाल वाहिनी दुर्घटना ग्रस्त हो जाती है तब चारो और से आवाज आती है की बाल वाहिनी में जरूरत से ज्यादा बच्चे थे सरकार और प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा तब यही बुद्धिजीवी वर्ग सरकार को और व्यवस्था को कोसने लगता है अब जब सुधार करने के लिए कार्य किया उसमे भी बाल वाहिनियों को समय दिया गया और तय समय में भी बाल वाहिनियों के संचालकों ने उचित व्यवस्था नहीं की तब भी दोष सरकारी आदेशों को
जरा सोचो इन बाल वाहिनियो के संचालकों को हम उनकी मांगी गई राशि ही महीने प्रारंभिक (एडवांस) के रूप में देते है जो होती भी ज्यादा है सवाल तो ये उठना चाहिए की
👉जब हमने आपको आपकी मांगी गई राशि दी तो हमारे बच्चे परेशान क्यों
👉 आपको कोई सरकारी व्यवस्था या आदेश से परेशानी है तो बिना पूर्व सूचना के हड़ताल क्यों
👉 बच्चे जिनको हम आपके भरोसे छोड़ते है तो अपनी जिमेदारी निभाने से आपने मुंह मोड़ा क्यों
👉 हड़ताल पर जाना आपका अधिकार है अपनी मांगों के लिए तो बच्चो का सकुशल पहुंचना भी उनका अधिकार है उसका हनन क्यों
👉आपकी तुरंत हड़ताल जायज और सरकार का समय से पहले दिया आदेश तुगलकी फरमान ऐसा दोगला व्यवहार क्यों
👉जब आपके द्वारा तय राशि से अधिक महीना अभिभावकों से लिया जाता है तो बच्चो को सुविधा से वंचित रखना क्यों
👉 मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार आपकी गाड़ी समय को पूरा कर चुकी फिर भी हमारे बच्चो को आपके द्वारा उन कबाड़ की गाड़ियों में ले जाने का कार्य क्यो
जवाब आपको भी देना पड़ेगा बाल वाहिनियों के संचालकों
नितिन वत्सस
एक पीड़ित पिता अभिभावक