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बीकानेर, आज राष्ट्र समर्पित युवा मंच द्वारा 13 अप्रेल को आयोजित होने वाले राष्ट्रवादी समागम समारोह के तहत रविशेखर मेघवाल ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ कोलायत विधानसभा के बबांगडसर, भलूरी, 14 डी.ओ.बी.बी., गोकूल, 7 ए.डी.वाई., रणजीतपुरा तथा गोडू में बैठके आयोजित की।  रविशेखर मेघवाल ने बताया कि राष्ट्र समर्पित युवा मंच द्वारा समाज में सामाजिक समरसता के वातावरण हेतु डॉ. भीमराव अम्बेडकर के विचार सर्वसमाज की ओर ले जाने का प्रयास किया जायेगा। रविशेखर मेघवाल ने बताया की यह आयोजन बीकानेर के रेलवे ग्राउण्ड़ में आयोजित होगा, जिसमें देश और प्रदेशभर से कई जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग शामिल होंगे। रविशेखर मेघवाल ने आमजन के बीच पहुंचकर उन महापुरूषों के जीवन के बारे में विस्तृत चर्चा की जिन्होनें अपना सम्पूर्ण जीवन राष्ट्रहीत में न्यौछावर कर दिया।  रविशेखर मेघवाल ने जानकारी देते हुये कहा कि राष्ट्र समर्पित युवा मंच का मुख्य उद्देश्य समाज की आने वाली पीढियों और समाज के लोगों के बीच समाज के उन महापुरूषों की जीवनगाथा को फिर से जीवित करना है जिन्होनें अपने जीवन के अन्तिम क्षण तक राष्ट्र को सर्वोपरि मानते हुये सदैव राष्ट्रहित में कार्य किये। रविशेखर मेघवाल ने बताया की बाबा साहब के जीवन से हर भारतीय अपने जीवन में प्रेरणा लेता है क्योंकि बाबा साहब का सम्पूर्ण जीवन ही संघर्ष मं रहा।  रविशेखर मेघवाल ने बताया की यह आयोजन राष्ट्र समर्पित युवा मंच महापुरूषों के जीवन से प्रेरणा लेते हुए बीकानेर के रेलवे ग्राउण्ड़ में राष्ट्रवादी समागम का आयोजन करने जा रहा है। रविशेखर मेघवाल ने कहा इस आयोजन को सफल बनाने के लिए हम अपने संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ गांव-गांव और ढाणी-ढाणी जाकर प्रचार-प्रसार कर रहे है ताकि आने वाले समय में सर्वसमाज की जो पीढ़ीया राष्ट्रहित के लिए काम करेंगी उनको बाबा साहब जैसे महान लोगो के जीवन से यह सीखने की प्रेरणा मिले की जीवन में परिस्थितियां भले ही कैसी हो उन परिस्थितियों से लड़ते हुए हमारा मकसद राष्ट्र की भलाई के लिए होना चाहिए। आज के कार्यक्रम में राजाराम मेघवाल, कर्णाराम गर्ग, तिलाराम, गणपतसिंह, स्वरूपसिंह, नरपत सिंह, फतेह सिंह, भूराराम, प्रताराम, कुम्भाराम, मंगीलाल, सोमु खां, कालूराम, भंवरू खां, देबुराम, रामचन्द्र, ओमप्रकाश, चेनाराम, गोरधनाम, रामध्याल, जेठाराम, राजेश, गोपीराम, भीखाराम, सीबूराम, ओमाराम, त्रिलोकाराम, आत्माराम, मेघाराम, चेतराम बरोड, हंसराज, सुगनाराम, प्रेमकुमार जोईया, नत्थुराम कस्वां, मालूराम, मालाराम, रूगाराम, चन्दूराम, बस्तीराम, शिवनारायण भाम्भू, हरीराम गोदारा, सतपाल भाम्भू के साथ बडी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

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