बीकानेर,आयुष्मान हार्ट केयर टीम ने गले में पाये जाने वाले कीटाणु से सिकुड़े हृदय वाल्व के मरिजों का एक दिन मे तीन मरिजों के बी.एम.वी.कर, हैट्रिक बनाकर संभाग के प्राईवेट सेक्टर में रचा इतिहास
प्रथम मरीज 45 वर्षीय पुरुष था जिसका पहली बार बी. एम. वी सन 2000 में 24 एम. एम. के बैलून से हुआ। पुनः सांस में दिक्कत आयी साथ ही वाल्व में कैल्शियम जमा था। अब 26 एम. एम. के बैलून से पुनः बैलुन किया गया जिसे रिड्डु बी. एम. वी. कहते है। ऐसा संभाग में पहली बार हुआ।
प्रथम 45 वर्षीय पुरुष मरीज
Mean LA Pressare
Pre BMV
26 mmhg
Post BMV
6 mmhg
Mitral Valve Area
0.90cm² (2D)
2.0 cm³ (2D)
द्वितीय 50 वर्ष महिला मरीज
Mean LA Pressare
Mitral Valve Area
39 mmhg
0.60cm² (2D)
4 mmhg
2.2 cm²(2D)
तृतीय 57 वर्ष महिला मरीज
Mean LA Pressare
48 mmhg
0.50cm² (2D)
9 mmhg
Mitral Valve Area
1.8 cm (2D)
अब ये सभी मरीज बिना दवा के एक दम ठीक है।
बीकानेर संभाग में यह एक हृदय रोग के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य हुआ है क्योंकि एक ही दिन में 45 वर्ष से अधिक आयु के तीन मरीजों का सफलजापुर्वक बी.एम.वी.हुआ।
अमुमन बी. एम. वी. 40 वर्ष से कम आयु के मरीजों का ही संभव होता है, इससे अधिक उम्र के मरीजों की बी. एम. वी. करने के लिये अत्यधिक दक्षता की जरूरत होती है।
.45 वर्ष से अधिक उम्र में पुन: बी. एम. वी. होना
रूमैटिक हार्ट डिजिज क्या है- गले में पाये जाने कीटाणु (स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया) के संक्रमण से होने वाले
हृदय के मिटूल वाल्व में सिकुडन को मिट्रल स्टीनोसिस कहते है। जिससे मरीज का सांस फूलता है
बचाव दाँतों, गले एवं हाथ की सफाई का विशेष ध्यान रखें।
उपचार समय पर डॉक्टर को दिखायें एवं एंटीबायोटिक दवायें अपने डॉक्टर की परामर्श से ले। समय पर उपचार नही लेने से आपका वॉल्व सिकुड़ सकता है। फिर बी. एम. वी. करना पड़ता है।
डॉ. स्वामी ने बताया कि हमारी टीम पिछले एक महीने में 6 बी. एम. वी. कर चुकी है। आज हमारी टीम सभी इन्टरवेन्शन सफलतापुर्वक करने में सक्षम है।