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बीकानेर,हुसंगसर,भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा देशभर में मनाए जा रहे वित्तीय साक्षरता सप्ताह के तहत बीकानेर जिले के अग्रणी बैंक कार्यालय एवं आरोह फाउंडेशन के सहयोग से ग्राम हुसंगसर में वित्तीय साक्षरता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को वित्तीय साक्षरता से जोड़ना, बैंकिंग सेवाओं की पहुंच को आसान बनाना और नागरिकों को डिजिटल बैंकिंग एवं साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करना था।
इस अवसर पर भारतीय स्टेट बैंक के वित्तीय सलाहकार श्री आशकरण लखारा, बैंक मित्र श्री ओंकार जोशी, तथा आर-सेटी के प्रतिनिधि श्री कपिल पुरोहित मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने ग्रामीणों को बचत, बीमा, पेंशन योजनाओं, ऋण सुविधाओं और साइबर सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं।
कार्यक्रम में नरेगा श्रमिकों, स्वयं सहायता समूहों, किसान समूहों और ग्रामीण महिलाओं को विभिन्न वित्तीय सेवाओं जैसे बचत खाते के लाभ, सुरक्षित बैंकिंग प्रक्रिया और ऑनलाइन बैंकिंग प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना की जानकारी। मोबाइल बैंकिंग, यूपीआई, डिजिटल भुगतान और साइबर धोखाधड़ी से बचाव के उपाय के साथ किसानों, स्वयं सहायता समूहों और लघु उद्यमियों के लिए उपलब्ध विभिन्न ऋण योजनाएं इत्यादि की जानकारी दी गयी
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया और बैंकिंग सेवाओं से जुड़े अपने प्रश्न पूछे। विशेषज्ञों ने साइबर धोखाधड़ी से बचने और डिजिटल बैंकिंग को सुरक्षित रूप से अपनाने पर विशेष जानकारी दी, जिससे ग्रामीणों को ऑनलाइन लेन-देन में अधिक सुरक्षा और आत्मविश्वास प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम के समापन पर एफ.सी. पुष्पेन्द्र सिंह ने सभी उपस्थित ग्रामीणों का धन्यवाद ज्ञापित किया, जबकि मंच संचालन श्रीकांत श्रीमाली द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम से विशेष रूप से ग्रामीण महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता और डिजिटल बैंकिंग की समझ विकसित करने में सहायता मिलेगी। इससे वे बैंकिंग सेवाओं तक आसानी से पहुंच बना सकेंगी और आत्मनिर्भर बनेंगी।
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने, डिजिटल बैंकिंग को अपनाने की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करने और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस तरह के कार्यक्रमों से ग्रामीणों को बैंकिंग सेवाओं का अधिकतम लाभ उठाने और आर्थिक रूप से सशक्त बनने में सहायता मिलेगी।