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बीकानेर,अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास बढ़ती हुई ड्रोन गतिविधियों और नशीली सामग्री की तस्करी को रोकने के उद्देश्य से सीमा सुरक्षा बल (BSF) की इंटेलिजेंस ब्रांच ने एक जागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान के तहत 20 बीडी ग्राम पंचायत में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें ग्राम सरपंच श्री चेतराम भांभू की उपस्थिति में बीएसएफ के उप समादेष्टा श्री महेश चंद जाट ने ग्रामीणों को ड्रोन द्वारा हो रही नशीले पदार्थों की तस्करी के बारे में जागरूक किया।

ड्रोन के जरिए हो रही तस्करी पर चिंता

बैठक के दौरान श्री महेश जाट ने विस्तार से बताया कि किस तरह से सीमा पार से ड्रोन के माध्यम से नशा तस्करी की जा रही है और यह किस तरह से देश के युवाओं को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने कहा कि नशा केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए ही नहीं, बल्कि समाज और देश की सुरक्षा के लिए भी एक गंभीर खतरा है। ड्रग्स माफिया ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल कर भारत के सीमावर्ती इलाकों में ड्रग्स गिराते हैं, जिससे युवा पीढ़ी इसका शिकार हो रही है।

ग्रामवासियों को सतर्क रहने की अपील

बीएसएफ अधिकारी ने ग्रामीणों से अपील की कि वे अपने क्षेत्र में किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को दें। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति नशे से जुड़ी गतिविधियों में संलिप्त पाया जाता है तो उसे कानून के तहत सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ड्रोन की हलचल को नजरअंदाज न करें और तुरंत प्रशासन को सूचित करें।

बीएसएफ का नशे के खिलाफ अभियान

बीएसएफ केवल सीमाओं की रक्षा तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वह सीमा क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों के कल्याण और सुरक्षा के लिए भी काम करता है। नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाना इसी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। बीएसएफ की इस मुहिम को ग्रामवासियों ने सराहा और अधिकारियों को धन्यवाद दिया।

सरपंच चेतराम भांभू ने भी कहा कि गांव के लोग इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए पूरी तरह से सहयोग देंगे। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को नशे से दूर रखें और यदि उन्हें कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई देती है तो तुरंत प्रशासन को जानकारी दें।

 

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