बीकानेर, देश में अमन चैन और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने के लिये शुक्रवार को जामसर पहुंचे अखिल भारतीय सूफी सज्जादा नशीन परिषद (एआईएसएससी) के मुख्य संरक्षक हजरत सैयद नसीरूद्दीन चिश्ती ने जमालशाह पीर की दरगाह में आयोजित धर्मगुरूओं और प्रबुद्धजनों की सभा में कहा कि देश में नफरत फैलाने वालों के लिये हिन्दूस्थान में कोई जगह नहीं है। हमारा मुल्क तो प्यार मोहब्बत और गंगा जमुनी तहजीब वाला मुल्क है। उन्होने कहा कि दूनियां में हिन्दूस्थान ही एक ऐसा मुल्क है जहां सभी धर्म समुदाय के लोग मिलजुल कर प्यार मोहब्बत से रहते है। जो भी हमारे मुल्क में नफरत फैलाने का प्रयास करता है उसका हमें ना सिर्फ बहिष्कार करना है बल्कि पुरजोर विरोध करना है। देश में एकता अखण्डता और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिये एआईएसएससी ने यात्रा शुरू की है। उन्होने कहा कि पीरों की धरा जामसर में हमारी यात्रा का यह दूसरा पड़ाव है। इस यात्रा के जरिये हम पूरे देश में यही अलख जगाने के लिए दौरे कर सभी धर्मगुरुओं को साथ लेंगे। धर्मसभा के समापन पर सैयद नसीरूद्दीन चिश्ती ने शिक्षा को बढ़ावा देने और नशाखोरी के खिलाफ जन जागरूकता संदेश दिया। हजरत जमालशाह पीर दरगाह के सज्जादनशीन सैयद पीर इरफान शाह,सरदार सुरेन्द्र सिंह,एआईएसएससी की राजस्थान कार्डिनेटर नफीसा,जामसर सरपंच इमरान शाह,भाजपा नेता उस्मान गनी,पंचायत समिति बीकानेर के डायरेक्टर इरफान शाह समेत अनेक प्रबुद्धजन मौजूद थे।
हमारे लिये मुल्क पहले मजहब बाद में-चिश्ती
हजरत सैयद नसीरूद्दीन चिश्ती ने कहा कि भारत देश आपसी भाईचारे और प्रेम सेवा भावी देश है। उन्होने कहा कि जब कोरोना आपाद आई तो समूचा मुल्क एकजुट होकर उससे लड़ा और दूनिया के सामने एकजुटता की मिसाल पेश की। लेकिन सोशल मीडिया के द्वारा नफरत का जहर भाईचारे में घोला जा रहा है। हमारा देश आज विश्व गुरु बनने जा रहा है। हमारा मुल्क पहले है मजहब बाद में। पूरे विश्व में भारत के अलावा कोई देश नहीं जहां सभी मजहब के लोग अपने धर्मों से रह सके। देश में आपसी भाईचारे और प्रेम भावना बनी रहे इसी की शुरुआत सभी धर्म गुरुओँ को लेकर जमीनी स्तर पर बात कर रहे हैं। उन्होंने मुसलमानों के लिए सबसे सुरक्षित देश भारत को बताया तथा हाल ही में सुरक्षा को लेकर कट्टरपंथी संगठन पीएफआई को बैन की सराहना की।