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बीकानेर,समाज में नवाचार समय समय पर होते रहने चाहिए। नवाचार व्यक्ति, व्यक्तियों का समूह , संस्था,संगठन , बिरादरी व सरकार द्वारा भी किए जा सकते हैं। सब अपनी अपनी सोच व सीमा के दायरे में रख कर किए जाते हैं। जरुरी नहीं इस मे भागीदारी सब जन की हो , ये ज़रूरी नहीं की संख्या कम ज्यादा हो । ये नवाचार
जनजागरण , प्रेरित करने , जागृति पैदा करने , विषय विशेष के प्रति जागरूक करने की नियत से किए जाते हैं, किए गए नवाचार का प्रचार प्रसार करने का एक मात्र माध्यम साधन मीडिया है जिससे लोगों की क्रिया/ प्रति क्रिया भी होती है सकारात्मक सोच के लोग उस नवाचार से प्रभावित हो उसे अपने जीवन में उतारते भी है और उस थीम को आगे भी बढ़ाते हैं, नकारात्मक सोच के लोग ईर्ष्या,कमी ढूंढने व मीन मेख निकालने में अपनी दक्षता का परिचय देने में मशगुल रहते हैं।
बहरहाल नवाचार दुनियां के सभी देशों में होते रहे हैं ,नवाचार शैक्षिक,सामाजिक ,आर्थिक ,राजनैतिक,धार्मिक, नैतिक ,सांस्कृतिक, पर्यावरण संरक्षण , कानून व्यवस्था व स्वास्थ्य आदि विभिन्न क्षेत्रों में छोटे बड़े नवाचार से अच्छे परिणाम प्राप्त करने की दशा और दिशा के साथ किसी भी अभियान से देश ,प्रदेश की सरकार में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में आंशिक तौर से वृहद्ध स्तर पर बदलाव आते हैं।
समाज ,समुदाय की वर्तमान स्थिति विभीन्न क्षेत्र में पिछड़ेपन ,कुरीतियों में सुधार राष्ट्रीय, राज्य, ब्लाक स्तर की योजनाओं को प्रभावशाली जागरण से उद्देश्य प्राप्त करने के लिए नवाचार करना चाहिए।उदाहरण के तौर पे अशिक्षा निरक्षरता के कलंक को दूर करने के लिए स्कूल चलो अभियान ,साक्षरता अभियान, रात्रि विद्यालय , प्रौढ़ शिक्षा, each One’ teach One आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाएं ।अभी राज्य सरकार ने drop out रोकने के लिए स्कूटी योजना, गार्गी पुरस्कार , निशुल्क शिक्षण सामग्री, छात्रवृति जैसे कई नवाचार किए हैं ताकि शिक्षा से बच्चे जुड़ें।
आप जिस किसी समाज ,समुदाय से हों ,आप समाज के जागरूक नागरिक हैं तो आप को अपने समाज समुदाय की पीड़ा
को समझना व पीड़ा के निवारण के लिए आपको आगे बढ़ कर अपने दायित्व को समझते हुए आप को अपने स्तर पर आपके विचारों के लोगों को जोड़ कर कुछ करना पड़ेगा, तब ही सामाजिक क्रान्ति आएगी ।आज से ही जितना हो सके आप करें सोए लोगों को जगाएं , इसलिए जो भी जिस तरह का नवाचार करे उदाहरण के तौर पर जून, जुलाई अगस्त मे स्कूलें खुलती है , वर्षा होती है तो ऐसे अवसर पर शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण से जुड़े नवाचार कर सकते हैं।आओ कुछ करें

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