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बीकानेर,जयपुर, शुक्रवार,लेफ्टिनेंट जनरल मंजिंदर सिंह, आर्मी कमांडर, सप्त शक्ति कमांड ने बठिंडा एवं लालगढ़ जट्टान सैन्य स्टेशन का दौरा किया, जहाँ उन्होंने फॉर्मेशन्स की ऑपरेशनल प्रिपेयर्डनेस, प्रशिक्षण गतिविधियों तथा ऑपरेशनल लॉजिस्टिक पहलुओं की समीक्षा की।

आर्मी कमांडर ने ड्रोन एवं काउंटर ड्रोन प्रशिक्षण प्रयोगशालाओं, अत्याधुनिक प्रशिक्षण अवसंरचना का निरीक्षण किया तथा ड्रोन्स के नवाचारी उपयोग के प्रदर्शन देखे। उन्होंने टास्क-ओरिएंटेड, रीयलिस्टिक ट्रेनिंग पर जोर देते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण उभरती हुई अत्याधुनिक तकनीकों पर आधारित होना चाहिए। उन्होंने एआई, ड्रोन और साइबर क्षमताओं सहित विशिष्ट प्रणाली को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न लॉजिस्टिक सपोर्ट यूनिटों का दौरा किया, जिनमें ऑटोमेटेड वेयरहाउस एवं विस्फोटक सामान भंडार शामिल थे।

आर्मी कमांडर ने इनोवेशन एवं टेक्नोलॉजी अब्सॉर्प्शन प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया, जिसमें रचनात्मक एवं नवीन विचार प्रदर्शित किए गए थे। उन्होंने इन तकनीकी पहलों की सराहना की और भारतीय सेना के तकनीक-संचालित परिवर्तन में तेजी लाने के लिए और अधिक सुविधाओं और बुनियादी ढांचे के निर्माण पर जोर दिया।

इस अवसर पर उन्होंने सभी रैंकों के साथ बातचीत की और उन्हें आह्वान किया कि सभी रैंकों को तकनीकी प्रगति, उभरते साइबर खतरों के नवीनतम रुझानों से खुद को अवगत रखना चाहिए और भौतिक या साइबर डोमेन में किसी भी खतरे के लिए प्रथम रेस्पॉन्डर्स के रूप में कार्य करने में सक्षम होना चाहिए। उन्होंने सभी रैंकों के कार्य की सराहना की तथा राष्ट्र के प्रति उनके अडिग संकल्प और अटूट प्रतिबद्धता की सराहना की।

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