बीकानेर,उत्तर प्रदेश देश की राजनीति का संवेदनशील बिंदु है। राजस्थान से सांसद व केन्द्रीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल यूपी में चुनाव की सरगर्मियां शुरू होते ही वहां पार्टी की तरफ से कमान संभाली। अपनी वेशभूषा, संगठन की कुशलता और पार्टी के दिशा निर्देशों की अक्षरश पालना कर मेघवाल ने भाजपा की राजनीति में नई साख कमाई है। वे भाजपा की टिकट से चुनाव जीत कर संसद में जाने तक की ही राजनीति नहीं कर रहे हैं, बल्कि इससे आगे बढ़कर संगठन में भी अपनी पैठ बढ़ाई है। यूपी चुनाव में अर्जुन राम मेघवाल की भूमिका देश में अपनी पार्टी भाजपा को मजबूत करने, पार्टी की नीति, सिद्धांत और राजनीतिक एजेंडा से जन जन को अवगत कराने की भूमिका निभाई है। अपने क्षेत्र, प्रदेश से बाहर जाकर पार्टी के लिए काम करने से निश्चय ही अर्जुन राम मेघवाल का राजनीतिक कद बढ़ा है। मेघवाल पश्चिमी बंगाल, असम, पांडुचेरी तथा जहां जहां प्रवासी राजस्थानी हैं वहां अपनी पार्टी भाजपा का पक्ष में चुनाव प्रचार में गए और सफल रहे हैं। इससे उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक दक्षता को साबित किया है। सार्वजनिक जीवन में आलोचना और प्रशंसा साथ साथ चलती है। अपने क्षेत्र में भले ही मेघवाल सर्वग्राह्य न हो। राजनीति की प्रकृति के अनुरूप वे भी लोकसभा क्षेत्र, प्रदेश में पार्टी के भीतरी खींचतान के हिस्से हैं। फिर भी उनके संगठन की राजनीतिक दक्षता को मानना ही पड़ेगा। अब तक वे पार्टी में भी अपने विरोधियों से जीतते आए हैं और राष्ट्रीय स्तर पर काम किया है। ।पार्टी की जीत का श्रेय पूरे संगठन व चुनाव में लगे हर व्यक्ति को जाता है। इसमें मेघवाल भी शामिल है। लोकसभा में ज्यादा सीटे होने से केंद्र में सरकार बनाने में भी यूपी की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। यूपी ने राष्ट्रीय राजनीति को बहुत कुछ दिया है। इस बार ऐसी राष्ट्रीय राजनीति को भाजपा के पक्ष में करने वालों की टीम में अर्जुन राम भी शामिल हुए । पार्टी में इनके समर्थक कहते हैं स्वागत_अभिनंदन_मंत्री_जी
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के शुभ कदम जहां भी पडते हैं वही भाजपा की सरकार आती है । खैर यह तो अतिश्योक्ति है पर मेघवाल की भूमिका को अनदेखा नहीं कर सकते।