बीकानेर,शिक्षा निदेशालय सहित अन्य सरकारी कार्यालयों में प्रतिनियुक्ति पर जमे बैठे शिक्षक अपने मूल पदस्थापन स्थल पर लौटने को तैयार नहीं है। शिक्षा विभाग और कार्मिक विभाग बार-बार प्रतिनियुक्ति पर बैठे कार्मिकों और शिक्षकों को मूल पदस्थापन पर भेजने के आदेश जारी करता है। फिर भी कोई असर नहीं हो रहा हैं।
कुछ जिला शिक्षा अधिकारी तो पदस्थापन को लेकर गलत सूचना देकर शिक्षा निदेशक तक की आंखों में धूल झोंक रहे है। गत दिनों प्रारंभिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने 25 दिसंबर 2023 से पहले की प्रतिनियुक्ति निरस्त कर शिक्षकों को मूल स्थान पर भेजने के आदेश दिए। इन्हें तत्काल कार्य मुक्त करने के लिए कहा गया। चूंकि इसके बाद प्रदेश में कांग्रेस सरकार सत्ता से बाहर हो चुकी थी और भाजपा सरकार बन चुकी थी। ऐसे में दिसबर 2023 के बाद की प्रतिनियुक्तियां भाजपा सरकार के समय की है। उन्हें बचाते हुए यह आदेश जारी किया गया।
निदेशालय में भी जमे हैं कई शिक्षक
कार्य मुक्ति के आदेश जारी करने वाले अधिकारियों के मुयालय में भी बड़ी संया में शिक्षक एक साल से अधिक समय से प्रतिनियुक्ति पर लगे हुए हैं। उन्हें कार्य मुक्त करने संबंधी कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। पाठ्य पुस्तक मंडल, प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षा निदेशालय सहित शिक्षा विभाग के अन्य कार्यालयों में भी तृतीय श्रेणी से लेकर विषय व्यायाता एवं प्राचार्य स्तर तक के शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर चल रहे हैं। कई शिक्षक जिला चुनाव शाखा में भी ड्यूटी दे रहे है। जबकि इस समय चुनावी संबंधित कोई काम भी नहीं है।
3 तक मांगी सूची
प्रारंभिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को भेजे आदेश में 25 दिसबर 2023 से पूर्व के प्रतिनियुक्ति पर चल रहे कार्मिकों को उनके मूल पदस्थापन स्थान पर भेजकर सूची 3 दिसबर तक देने के लिए कहा है। शिक्षा विभाग या अन्य विभागों में कार्य व्यवस्थार्थ, शिक्षण व्यवस्थार्थ तथा मौखिक आदेशों से लगे शिक्षकों को कार्यमुक्त करना है। पूर्व में जारी आदेश के बाद भी जिन शिक्षकों को अभी तक कार्यमुक्त नहीं किया, उन्हें भी कार्यमुक्त करना है। इस आदेश की पालना नहीं करने पर संबंधित नियंत्रण अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी गई है।