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बीकानेर,जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ की वरिष्ठ साध्वीश्री मृृगावती, सुरप्रिया व नित्योदया के सान्निध्य में रविवार शाम को ज्ञान वाटिका का वार्षिकोत्सव तपागच्छीय पौषधशाला में धर्म, आध्यात्म व ज्ञान परक प्रस्तुतियों व पारितोषिक वितरण के साथ हुआ।

श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट, चातुर्मास व्यवस्था समिति, खरतरगच्छ युवा परिषद, खरतरगच्छ महिला परिषद के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम मंें ज्ञान वाटिका के बालक-बालिकाओं ने बैंड पर नवंकार महामंत्र की धुन बजाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इक्कीस सदस्यीय बालक-बालिकाओं के बैंड ने साध्वीवृृंद को भुजिया बाजार के चिंतामणि जैन मंदिर, नाहटा चैक के भगवान आदिनाथ के मंदिर से दर्शन करवाएं तथा सुगनजी महाराज के उपासरे से श्री तपागच्छीय उपाश्रय तक पहुंचाकर सराहना लूंटी।
करीब तीन घंटें चले कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीश्री मृृगावती व नित्योदया ने मंगलाचरण से किया। साध्वीवृृंद ने कहा कि बच्चों में लौकिक ज्ञान के साथ धर्म-आध्यात्म का ज्ञान और संस्कार जरूरी है। वर्तमान में बाल व युवा पीढ़ी में भौतिक सुख-सुविधाओं में वृृद्धि हो रही है, लेकिन भारतीय धर्म व संस्कृृति व उच्च जैन संस्कारों की कमी हो रही है। बच्चों को उच्च संस्कार से जोड़ने के लिए धार्मिक-आध्यात्मिक, शैक्षणिक व सामाजिक संस्थाओं व अभिभावकों को जागरूक रहकर कार्य करना होगा।
मुख्य अतिथि पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश सुशील कुमार जैन ने कहा कि अहिंसा परमोःधर्म, सात्विक आहार ग्रहण करने, किसी को मन, वचन व कर्म से किसी को दुःख,तकलीफ नहीं देने, जाने-अन्जाने में हुई में हुई गलती पर क्षमायाचना करने, सभी जीवों के प्रति दया व करुणा भाव रखने का संदेश देने वाला जैन धर्म उच्च व महान है । हमें सभी धर्म, सम्प्रदायों का सम्मान करते हुए धर्म के मर्म को समझते हुए उसकी अच्छाइयों को ग्रहण करते हुए सबके सुखमय, मंगलमय जीवन की भावना के साथ कार्य करना चाहिए।
ज्ञान वाटिका के बच्चों ने नवंकार महामंत्र के साथ परमात्मा की वंदना की तथा गुजराती, राजस्थानी भक्ति गीत के साथ गरबा व घूमर नृृत्य, नाटक ’’तिलक अमर रहे’’, व ’’संगत का असर’’ की प्रस्तुति दी। नाटकों में बताया गया कि व्यक्ति को अपना धर्म व संस्कार तथा सद््व्यवहार, सद्भाव की प्रवृृति को नहीं छोड़ना चाहिए। मोबाइल का जरूरत से अधिक उपयोग करने, व्यसन आदि बुराइयों से बचना चाहिए। मुख्य अतिथि न्यायाधीश सुशील कुमार जैन,सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा, वरिष्ठ श्रावक कंवर लाल खजांची, इंजीनियर अशोक पारख, चातुर्मास व्यवस्था समिति संयोजक निर्मल पारख तथा भीखमचंद बरड़िया, खरतरगच्छ युवा परिषद के बीकानेर व पूर्वी राजस्थान इकाई अध्यक्ष राजीव खजांची, सचिव अनिल सुराणा, वरिष्ठ, श्राविका मूलाबाई दुगड़, श्रीमती संतोष नाहटा, खरतरगच्छ महिला परिषद अध्यक्ष रेणु खजांची ने वर्षभर में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले बालक-बालिकाओं व प्रशिक्षक सुनीता नाहटा आदि को पुरस्कृृत किया। भीनव नाहटा, कीर्तन्य नाहटा, चित्रा, आयुषी पारख, दिव्या भुगड़ी मुकीम, तान्या कोठारी, संजना खजांची, रक्षा खजंाची चोपड़ा, सिद्धार्थ खजांची, महावीर खजांची, खुशबू नाहटा कोचर, आयुषी सावनसुखा व एश्वर्या शाह बोथरा को बीकानेर, इंदौर व धूलिया में श्रेष्ठ प्रदर्शन पर विशेष पुरस्कृृत किया गया। समारोह में श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट, चातुर्मास व्यवस्था समिति, खरतरगच्छ युवा परिषद, खरतरगच्छ महिला परिषद के पदाधिकारी, सदस्य, बड़ी संख्या में बच्चों के अभिभावक मौजूद थे।

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