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बीकानेर,सम्पूर्ण भारत वर्ष में सबसे पहले पहल करते हुए बीकानेर जिले के वरिष्ठ समाजसेवी ठाकुर दिनेश सिंह भदौरिया ने आज देश के प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी जी को एक सौ रुपये के कोर्ट स्टाम्प पेपर पर एक शपथ पत्र एंव संकल्प पत्र लिखकर कर स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजा है, जिसमें भदौरिया ने यह शपथ ली है कि जिस प्रकार से कल पंजाब में एक घटना घटी जिससे यह साफ तौर पर जाहिर होता है कि देश की विघटन कारी ताकतों के आज भारत देश की सम्पूर्ण विश्व में उभरती छवि अच्छी नहीं लग रही है यानी आदरणीय प्रधानमंत्री के अब पग पग पर दुश्मन नजर आने लगे हैं यानी मोदी जी को जान का खतरा हर पल है अतः आज विश्व शांति के पक्षधर हमारे प्रधानमंत्री का हमारे भारत वर्ष को अभी कई दशको तक जीवित रहने की परम आवश्यकता है ऐसे में मैंने आज अपने कोर्ट स्टाम्प, शपथ पत्र पर पूर्ण हवास तथा अपने परिजनों, रिश्तेदारों, यार दोस्तों, सहयोगियों की पूर्ण सहमति से लिखित आग्रह किया गया है कि भदौरिया अपने जीवित शरीर का हर अंग, खून, आदि मोदी जी के जीवन को बचाने के लिये निश्वार्थ, निशुल्क, बड़ी ही निडरता, निर्भीकता के साथ समर्पित, सोंपने को कृत संकल्पित है भदौरिया ने अपने शपथ पत्र में यह भी लिखा कि आज के बाद भविष्य में ईश्वर ना करे हमारे देश के प्रधानमंत्री के साथ कोई भी घटना अनहोनी आदि उनकी जान पर बन आती है तो ऐसी स्थिति में उनके जीवन को बचाने के लिए मेरे शरीर यानि मुझे प्रधानमंत्री महोदय अपनी सुविधा के अनुसार अपने कार्यालय, निवास या अपने काफिले के आस पास अपने साथ हर पल हर क्षण यानी चौबीसों घंटे साथ रख सकते हैं भदौरिया ने यह भी स्पस्ट किया कि मैं रेल सेवा से सेवानिवृत्त हो चुका हूं मेरे परिवार का भरण पोषण केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जा रही पेंशन से भली भांति हो रहा है अतः प्रधानमंत्री महोदय इस छोटी सी सेवा के लिए मुझ नाचीज के इस सूक्ष्म शरीर को जिस प्रकार से चाहें काम ले सकते हैं बस मेरी अंतिम ईच्छा यही है कि आपके जीवन को बचाने हेतु मेरा शरीर आपको सहर्ष पूर्ण होशोहवास के साथ समर्पित करता हूँ, प्रधानमंत्री कार्यालय को अवगत कराते हुए भदौरिया ने बताया कि सबसे पहले कारगिल युद्ध के समय भी मैंने अपने शरीर को देश के किसी भी जवान की जान को बचाने के देने की घोषणा की थी इसी प्रकार जब सुषमा स्वराज जी को को किडनी की जरूरत पड़ी थी तब भी भदौरिया ने देश में सबसे पहले अपनी किडनी दान करने की पेशकश की थी दो वर्ष पूर्व जब कोरोना के वेकशीन को बनाने हेतु यदि किसी मानव शरीर की आवश्यकता पड़ी तब भी देश में सबसे पहले भदौरिया ने भारत सरकार के समक्ष पेशकश की थी और तो और जब कोरोना की वैक्सीन बन कर तैयार हो गई थी तब भी देश में सबसे पहले भदौरिया ने ही भारत सरकार को एक संकल्प पत्र लिखकर आग्रह किया था कि जरूरत पड़े तो सबसे पहले वेकशीन ट्रायल मेरे शरीर पर किया जा सकता है,, भदौरिया ने आज फिर सम्पूर्ण विश्व भर में सबसे पहले विश्व विख्यात और भारत के श्रेष्ठ व्यक्ति हमारे देश के महान इंसान,बहादुर, निडर, दूर दर्शी, विद्द्वान परम आदरणीय श्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी जी के जीवन को बचाने हेतु अपने शरीर का कतरा कतरा, खून, आदि निश्वार्थ निशुल्क उनकी यानी देश की सेवा हेतु समर्पित करने का शपथ पत्र, संकल्प पत्र, आज ही भेजा है।।

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