बीकानेर,परकोटे के आंदोलन किया था उसके साथ 8 दिन भीतर की प्रतिष्ठित दफ्तरी स्कूल को का आमरण अनशन भी किया था स्थानांतरित करने को लेकर शिक्षा विभाग ने कहा था कि हम इस मोहल्लावासियों ने आरपार की लड़ाई का मन बना लिया है। पूर्व उप महापौर अशोक आचार्य ने बताया कि आचार्यों की घाटी के नीचे काफी पुरानी स्कूल है स्कूल की बिल्डिंग काफी स्कूल को एरिया के आसपास 500 मीटर की दूरी पर शिफ्ट कर देंगे लेकिन आज भी यह स्कूल वहीं पर है। विद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की जान को जर्जर अवस्था में है कभी अशोक आचार्य खतरा है। आचार्य ने भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है बताया कि शिक्षा विभाग अपने काफी समय पहले हमने यहां एक बड़ा आश्वासन पर खरा नहीं उतरा इसलिए
हमने मोहल्ले वासियों से बैठक बुलाकर निर्णय लिया है कि दीपावली के बाद एक उग्र आंदोलन किया जाएगा ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके और उन्हें अच्छी शिक्षा मिल सके। पूर्व उप महापौर ने कहा कि हम किसी भी सूरत में इस स्कूल को अन्य मोहल्ले में शिफ्ट नहीं होने देंगे इस संदर्भ में हमने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और शिक्षा मंत्री डोटासरा को एक पत्र लिखा है कि स्कूल को 500 मीटर के दायरे में मोहल्ले में किसी बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाए।