बीकानेर,हाथ का हुनर ही आज की सबसे बड़ी ताकत है इसलिए इसी का प्रचार-प्रसार अति आवश्यक है।’ ये उद्बोधन जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर के अध्यक्ष अविनाश भार्गव ने कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा द्वारा संचालित जन शिक्षण संस्थान बीकानेर द्वारा नोखा के नगर पालिका सभागार में जी-20 के तहत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के अवसर पर कही। कार्यक्रम कर अध्यक्षता करते हुए भार्गव ने कहा कि वर्तमान समय में कौशल विकास से ही बेरोजगारी जैसी भयंकर समस्या का समाधान हो सकता है। जी-20 के सन्दर्भ को समझाते हुए प्रशिक्षणार्थियों को कहा कि सम्पूर्ण विकास की अवधारणा को पूरा करने के लिए ये समूह काम करता है और इस वर्ष इसकी मेजबानी हमारा देश कर रहा है ये बहुत ही गर्व की बात है।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए नगर पालिका नोखा के सहायक अधिशषी अधिकारी राजू जी ने प्रशिक्षणार्थियों को कहा कि आपको इस कौशल को प्राप्त करने का अवसर मिला है ये बहुत ही बड़ी बात है। आप इसे रोजगार का साधन बनाना चाहिए।
कार्यक्रम का संयोजन करते हुए कार्यक्रम अधिकारी महेश उपाध्याय ने बताया कि मंगलवार को उद्यमिता पर जागरूकता सृजन कार्यक्रम, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित किये गये। जिसमें पोस्टर प्रतियोगिता प्रशिक्षणार्थियों ने जी-20 की थीम को लेकर विभिन्न पोस्टर बनाये। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, सुरपुरा के वरिष्ठ अध्यापक महेन्द्र फगेड़िया ने कहा कि संस्थान की गतिविधियों से नोखा में कौशल विकास के साथ-साथ समाजिक सरोकार की गतिविधियों के आयोजन भी सार्थक सिद्ध हो रहे है। राजकीय सी.सै. विद्यालय रोड़ा की उप प्राचार्य पिंकी जोशी ने महिलाओं के इस कार्यक्रम को अनूठा बताते हुए कहा कि इसमें रोचकता के साथ लक्ष्य प्राप्ति भी शामिल है। वरिष्ठ शिक्षक एवं श्रीमती जड़ाव बाई झंवर सैकण्डरी स्कूल, चरकड़ा के निदेशक हनुमान दास रांकावत ने कहा कि आदि काल में भी हुनर का अपना महत्व हुआ करता था आज भी हर व्यक्ति में अलग-अलग हुनर मौजूद है परन्तु उस में निखार लाने काम करना बाकी है जो जन शिक्षण संस्थान कर रहा है।
सहायक कार्यक्रम अधिकारी उमाशंकर आचार्य ने आगन्तुकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि कौशल विकास कार्यक्रमों के साथ-साथ एक जून से 15 जून तक जी-20 की गतिविधियां संस्थान की ओर से जिलेभर में आयोजित की जा रही है। तलत जी रियाज ने पोस्टर प्रतियोगिता का परिणाम बताते हुए बताया कि अनिता सुथार पहले स्थान पर, मैना सुथार दूसरे स्थान पर, आरती नायक तीसरे पर और ममता लेघा चैथे स्थान पर रही है। प्रशिक्षणार्थी मंजू गर्ग ने अपनी सफल कहानी को शब्दों में बखान किया। संदर्भ व्यक्ति नीतू चैधरी, आशा जोशी, सरिता शर्मा, प्रदीप यादव, मंजू विश्नोई, रामदेव मकवाना, संतोष कुमावत, मंजू रांकावत ने सक्रिय भूमिका निभाई। संस्थान के विष्णुदत्त मारू ने सक्रिय भूमिका निभाई।