बीकानेर, पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) दुलीचंद मीणा ने कहा कि निराश्रित बीमार पशुओं के समुचित इलाज के लिए पशुपालन विभाग तथा वेटरनरी विश्वविद्यालय समन्वित प्रयास करें। बीमार निराश्रित पशुओं को भर्ती करने तथा उनके इलाज के लिए शेल्टर होम बनाने, वेटरनरी एम्बुलेंस वाहन मय स्टाफ आदि की व्यवस्था के संबंध में राज्य सरकार के स्तर पर प्रस्ताव भिजवाए जाएं।उन्होंने गौशालाओं में स्थायी आय सृजन की दिशा में प्रयास करने की भी बात कही।बैठक में शहरी क्षेत्र के निराश्रित गोवंश के लिए गोचर विकास की रूपरेखा तैयार करने, भामाशाहों से सहयोग लेने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की गई ।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ शिव प्रसाद जोशी ने बताया कि जिले की किसी भी गौशाला के लिए सरकारी अनुदान लंबित नहीं है ,सभी का समय पर भुगतान कर दिया गया है।
बैठक में समिति के सदस्य बलदेव दास भदानी ने गोवंश का चारा गोवंश को ही मिलना सुनिश्चित करने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि ईंट भट्टों में पशु चारा जलाने के प्रकरणों के चलते चारे की कीमत बढ़ जाती है जिससे गौशालाओं को समस्या आती है। उन्होंने कहा कि प्रशासन इसे रुकवाने की दिशा में प्रयास करें। निराश्रित गोवंश को प्लास्टिक से बचाने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक रोकथाम अभियान के तहत आम जन जागरूकता अभियान चलाए जाने के विषय पर भी चर्चा की गई।
बैठक में पुलिस, जिला परिषद और नगर निगम के अधिकारियों के सहित जिला गोपालन अधिकारी डॉ राजेन्द्र स्वामी, डॉ महेंद्र तंवर, समिति के सदस्य बलदेव दास भादाणी, सूरजमाल सिंह नीमराणा, सुनील व्यास मौजूद रहे।
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