
बीकानेर,देदाराम वंशज सार्वजनिक प्रन्यास, कोडमदेसर (बीकानेर) की ओर से आज जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें ग्राम पंचायत गजनेर के भूतपूर्व सरपंच जेठाराम कुम्हार द्वारा मंदिर परिसर की सार्वजनिक संरचनाओं को नुकसान पहुंचाने और श्रद्धालुओं की जानमाल को खतरे में डालने के आरोप लगाए गए।
ज्ञापन में बताया गया कि कोडमदेसर स्थित ऐतिहासिक एवं पौराणिक भैरूनाथ मंदिर के सामने मेला मैदान में वर्ष 2022 में पंचायत समिति कोलायत द्वारा दो टीन शेड व फर्श का निर्माण कराया गया था, जिससे श्रद्धालुओं को बैठने व विश्राम की सुविधा मिल सके। पशुओं से सुरक्षा व स्वच्छता बनाए रखने हेतु पुजारियों के प्रयास से तीन तरफ जालियां लगाई गईं, जिसकी देखरेख की जिम्मेदारी भी पुजारी समुदाय निभा रहा था।
प्रन्यास के अध्यक्ष जेठाराम गहलोत व उपाध्यक्ष हरिकिशन गहलोत ने आरोप लगाया कि भूतपूर्व सरपंच जेठाराम कुम्हार ने द्वेषतापूर्ण रवैये से इन जालियों को तोड़कर हटा दिया और परिसर की सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाई। इससे अब आवारा पशु खुलेआम परिसर में विचरण कर रहे हैं जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। पूर्व में भी ऐसे पशु भक्तों को नुकसान पहुंचा चुके हैं।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि उक्त सरपंच और उसके परिजन पुजारियों पर चढ़ावे में हिस्सेदारी के लिए दबाव बनाते रहे हैं और न मानने पर उन्हें गैरकानूनी नोटिस व धमकियों के जरिए प्रताड़ित करते हैं। साथ ही, आरोप लगाया गया कि मंदिर से सटे तालाब की पाल पर भी कब्जा करवाकर मिट्टी पाट दी गई है, जिससे तालाब की दीवार को नुकसान पहुंचने की संभावना बन गई है।
श्रद्धालुओं में इस कार्यवाही को लेकर भारी रोष व्याप्त है। संस्था ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों के विरुद्ध शीघ्र कानूनी कार्यवाही की जाए और मंदिर परिसर की मूलभूत सुरक्षा एवं सुविधाएं पुनः स्थापित की जाएं। अन्यथा, आगे और बड़ा आंदोलन किया जाएगा।