पीबीएम के निःश्चेतन विभाग ने मनाया विश्व एनिस्थिसियपा दिवस
अतिरिक्त प्राचार्य प्रथम एवं निःश्चेतन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनिता पारीक ने कहा कि निःश्चेतन दिवस का उद्देश्य इस उपचार के प्रति आम जन को जागरूक करना तथा निःश्चेतन के महत्व को बताना है। डॉ. पारीक ने कहा कि पीबीएम अस्पताल में भी निःश्चेतन विभाग के डॉक्टर्स ऑपरेशन के दौरान मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने को प्रतिबद्ध है।
वरिष्ठ आचार्य डॉ. कांता भाटी ने बताया कि सर्वप्रथम दिनांक 16 अक्टूबर 1846 को एनिस्थिसिया का प्रयोग किया गया उसके पश्चात निरंतर इस क्षेत्र में प्रगति हो रही है। आज मरीजों को विभिन्न आधुनिक तकनीकों द्वारा दर्द रहित प्रसव, सोनोग्राफी की सहायता से नर्व ब्लॉक तकनीक द्वारा शरीर के उसी हिस्से को सुन्न किया जाना जहां ऑपरेशन होना हो, आईसीयू/क्रिटिकल केयर में गंभीर मरीजों की वेण्टिलेटर सहित अन्य देखभाल एवं अंगदान हेतु योग्य ब्रेनडेड पेशेण्ट के अंगों के प्रत्यारोपण हेतु आवश्यक कार्यवाही में भी एनिस्थिसिया का महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।
इस अवसर पर डिफिकल्ट एयर वे मैनेजमेण्ट विषय पर आयोजित सीएमई में डॉ. सत्यप्रकाश ने व्यख्यान प्रस्तुत किया। डॉ.किवी मण्टन ने वर्ष 2023-24 की गतिविधियों की जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि इस वर्ष डॉ. यूनूस खिलजी द्वारा पैन मैनेजमेण्ट एवं पोलिएटीव केयर की सेवाएं सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक एवं कैंसर अस्पताल में शुरू कि गई। पीबीएम के रेजिडेण्ट्स डॉक्टर्स ने राज्य स्तरीय कान्फ्रेस में अनेक पुरस्कार जीते है।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. एमसी दधिच, डॉ. ओपी श्रीवास्तव, डॉ. साधना जैन, डॉ. आरएन विजय, डॉ. डेनिस सहित अन्य वरिष्ठ एवं सेवानिवृत्त चिकित्सक उपस्थित रहे।
बीकानेर एनिस्थिसीया सोसायटी के चुनाव संपन्न
विश्व एनिस्थिसिया दिवस पर बुधवार को पीबीएम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बीकानेर एनिस्थिसिया सोसायटी के चुनाव संपन्न हुए इसमें डॉ. कांता भाटी को अध्यक्ष, डॉ. सतनाम को उपाध्यक्ष डॉ. सोनाली धवन को सचिव तथा डॉ. किवी मण्टन को कोषाध्यक्ष निर्वाचित किया गया।