












बीकानेर,सुशासन पखवाड़ा के अंतर्गत सुशासन दिवस के अवसर पर भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में “अटल स्मृति वर्ष” का आयोजन भाजपा बीकानेर जिला अध्यक्ष सुमन छाजेड़ एवं बीकानेर देहात अध्यक्ष श्याम पंचारिया के नेतृत्व में भाजपा बीकानेर संभाग कार्यालय में गोष्ठी के रूप में किया गया।
मीडिया संयोजक कमल गहलोत ने बताया कि गोष्ठी में मुख्य वक्ता पूर्व जिला अध्यक्ष सत्य प्रकाश आचार्य ने संबोधित करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेई का सम्पूर्ण जीवन राष्ट्रसेवा, सुशासन और लोकतांत्रिक मूल्यों को समर्पित रहा। उन्होंने कहा कि अटल जी ने राजनीति में शुचिता, संवाद और सहमति की परंपरा को मजबूत किया तथा “राष्ट्र प्रथम” की भावना को व्यवहार में उतारा। उनकी योजनाएं और निर्णय आज भी देश के विकास की मजबूत नींव हैं।
विशिष्ट वक्ता पूर्व महापौर नारायण चोपड़ा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई ने प्रधानमंत्री रहते हुए गांव, गरीब और अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को विकास से जोड़ने का कार्य किया। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, आधारभूत ढांचे का विस्तार और सुशासन की स्पष्ट सोच उनके दूरदर्शी नेतृत्व को दर्शाती है। अटल जी का व्यक्तित्व राजनीतिक मतभेदों के बावजूद सर्वस्वीकृत और प्रेरणादायी रहा।
पूर्व जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा मधुरिमा सिंह ने अपने विचार रखते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेई केवल एक राजनेता ही नहीं, बल्कि संवेदनशील कवि, विचारक और मानवतावादी नेता थे। उनका जीवन नारी सम्मान, सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय एकता का सशक्त संदेश देता है। नई पीढ़ी के लिए अटल जी के विचार आज भी पथप्रदर्शक हैं।
मंच पर मुमताज अली भाटी, राजेंद्र पंवार, दिलीप सिंह आड़सर, विनायक पारीक, सुभाष वाल्मीकि, लवेश मेहरा, विक्रम सिंह सिसोदिया एवं राजेश गहलोत उपस्थित रहे। जिला महामंत्री श्याम सिंह हाड़ला ने मंच संचालन किया।
सुशासन दिवस पर डॉ अशोक मीणा, जिला उपाध्यक्ष दीपक पारीक, मोतीलाल हर्ष, भूपेंद्र शर्मा, जिला मंत्री धर्मेंद्र सिंह सोलंकी, किशन चौधरी, तरुण स्वामी, रामचंद्र सोनी, सुनीता हटीला, गोपाल अग्रवाल, चंद्रप्रकाश गहलोत, पवन स्वामी, मंजुषा भास्कर, चंद्रशेखर शर्मा, रघुवीर प्रजापत, घनश्याम कच्छवा, रामकुमार व्यास, जोगेंद्र शर्मा, मोर्चा अध्यक्ष चंद्रमोहन जोशी, सोहन चांवरिया, मंडल अध्यक्ष कपिल पारीक, मुकेश सैनी, दिनेश चौहान, अनूप गहलोत, किशोर आचार्य, रामदयाल पंचारिया, मुकेश ओझा, रमजान अब्बासी सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
गोष्ठी के अंत में उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं ने अटल बिहारी वाजपेई के विचारों को आत्मसात करते हुए सुशासन, सेवा और राष्ट्रहित के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया एवं गोष्ठी में सुशासन पखवाड़े में शामिल विकाश रथ के सभी सारथीयो का भी स्वागत किया गया ।
