बीकानेर,सार्वजनिक पार्क में बिश्नोई धर्मशाला के पास चिल्ड्रन पार्क में एक बार फिर बच्चों की खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा।पार्क के माध्यम से एक टॉय ट्रेन चलेगी और बच्चे इसका आनंद ले सकते हैं और सूचनात्मक मॉडल से सीख सकते हैं।
बच्चों के मनोरंजन के लिए बनाया गया चिल्ड्रन पार्क पिछले छह महीने से सूना पड़ा है। टॉय ट्रेन टूट गई है और लोग उसके पुर्जे चुरा रहे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बच्चों के पार्क को फिर से रोशन करने का कार्य यूआईटी को सौंपा।
लेकिन छह माह बीत जाने के बाद भी बाल उद्यान की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। इससे नाराज कलेक्टर ने पूर्व में यूआईटी इंजीनियरों को फटकार लगाई थी। जिसके बाद यूआईटी ने बच्चों के पार्क का आयोजन किया है। बच्चों की टॉय ट्रेन फिर चलेगी। इसके ट्रैक को ठीक कर दिया गया है। इसके अलावा बच्चों के पार्क में विज्ञान-गणित और इंजीनियरिंग मॉडल स्थापित किए जाएंगे ताकि बच्चों को खेल में भी शिक्षा मिल सके।यूआईटी सचिव यशपाल आहूजा ने कहा कि चिल्ड्रन पार्क को भी लिली पॉन्ड की तरह किराए पर दिया जाएगा। इसके लिए जल्द ही ईओआई (एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट) जारी किया जाएगा। चिल्ड्रन पार्क के संचालक का ठेका लेने वाली फर्म बच्चों के मनोरंजन और शिक्षा का पूरा इंतजाम करेगी। रखरखाव और सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा। यूआईटी उस फर्म से हर महीने किराया वसूल करेगा।
30-40 हजार रु. प्रति माह कमाएगा यूआईटी
यूआईटी चिल्ड्रेन पार्क किराए पर 30-40 हजार रुपये प्रतिमाह कमाएगा। पूर्व में भी यूआईटी को रुपये दिए गए थे। 25,000 का भुगतान किया जा रहा था। किराया मिला था। लेकिन, उस समय पार्क में बच्चों के मनोरंजन के लिए ट्रेनों के अलावा कुछ नहीं था। अब यह ट्रेन पिछले छह महीने से टूटी हुई है। इस बीच ध्यान न देने के कारण ट्रेन की बैटरी खराब हो गई है और अन्य पुर्जे भी बदलने पड़ेंगे, जिस पर करीब पांच लाख रुपये खर्च होंगे।