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बीकानेर,जयपुर के समाज सेवी एवम अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि शंकर धाभाई ने आज जयपुर के जिलाधिकारी प्रकाश राजपुरोहित से व्यक्तिगत मुलाकात कर उन्हें गुर्जर समाज संबंधित 16 सुत्रीय मांगों का कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम का एक मांग पत्र दिया जिसने प्रमुख मांगे इस प्रकार से है

: 1.गुर्जर समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने

2.एमबीसी गुर्जर आरक्षण को सविंधान की 9 वी अनुसूची में डालने एवम एमबीसी आरक्षण से छेड़छाड़ बर्दाश्त नही।

3. गुर्जर जाति को राष्ट्रीय विमुक्त घुमत तथा अर्ध घुमत जनजाति में जोड़ने/शामिल करने एवम इसके आयोग में गुर्जर समाज के प्रतिनिधि को भी शामिल करने बाबत ।

4. गुर्जर आंदोलन में 73 निर्दोष गुर्जर शहीदों एवम गुर्जर बिरादरी के वीर सपूतों की हत्या करने वाले दोषियों को सीबीआई जांच कर सख्त से सख्त सजा दिलवाई जाए।

5. गुर्जर आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मुकदमों को तुरंत प्रभाव से ख़त्म करने एवम गोली लगने से घायलों/मृतकों को अनुकंपा नियुक्ति /मुआवजा दिलवाने बाबत निवेदन।

6. मांडल जिला भीलवाड़ा स्थित भगवान श्री देवनारायण जी का मंदिर देव भक्तों के लिए खुलवाने बाबत प्रार्थना पत्र ।

7.भगवान श्री देवनारायण जयंती महोत्सव को राष्ट्रीय पर्व / केंद्र एवम राज्य सरकार को भगवान श्री देवनारायण जयंती पर सार्वजनिक अनिवार्य छूटी घोषित करने बाबत

8.पन्नाधाय सर्किल, प्रताप नगर, सांगानेर, जयपुर में पन्नाधाय की मूर्ति लगवाने के संबंध में 20.07.2019

9.जयपुर में उपयुक्त स्थान पर गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति -21.09.2020 स्वायत शासन विभाग स्तर पर क्रियावान बाकी है

10.सर्किट हाउस, खासा कोठी, जयपुर, गुर्जरी के चौराहा पर गुर्जरी की मूर्ति स्थापित करने बाबत

11.राजस्थान के प्रत्येक जिले में गुर्जर छात्रावास की सुविधाएं एवम गुर्जर छात्रावासों की दयनीय हालत और उनके विकास एवम मूलभूत सुविधाएं मुहिया कराने बाबत-19.12.2019

12.गुर्जर रेजिमेंट के गठन की मांग और आपकी संबंधित विभाग को अनुशंसा करने बाबत

13.स्कूल पाठ्यक्रम में गुर्जर जाति के महापुरुषों (माँ पन्नाधाय, विजय सिंह पथिक, धन सिंह कोतवाल 1857 की क्रांति के नायक, मिहिर भोज, अन्नतपाल तोमर एवम अन्य वीर गुर्जर इत्यादि को शामिल करने बाबत-16.7.2019

14.गुर्जर समाज के गणमान्य व्यक्तियों को गैर राजनीति राज्य सरकार

के बोर्ड इत्यादि में नियुक्ति प्रदान करने बाबत।

15.पर्यटन विभाग के वेबसाइट पर भीलवाड़ा जिले के आसींद में गुर्जर समाज के आराध्य श्री देवनारायण जी के पिता श्री सवाई भोज के इस स्थान के बारे में गुर्जर समाज का उल्लेख करवाने बाबत निवेदन।

16.चित्तौड़गढ़ गुर्जरखेडी ग्राम पंचायत बांगेडा घाटा तह ० निम्बाहेड़ा में स्थित गुर्जर समाज के आराध्य देव श्री देवनारायण मन्दिर के चारों और की भूमि इस भूमि को विशेष समुदाय के नाम आवंटन के संबंध में तुरंत प्रभाव से एक जांच कमेटी गठित कर धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए निर्णय लेने बाबत।

संदर्भ : भारत सरकार के जनजातीय कार्यालय मंत्रालय (सी एन्ड एल एम प्रभाग) संसद मार्ग, नई दिल्ली द्वारा श्रीमान प्रमुख सचिव, जनजातीय क्षेत्रिय विकास विभाग, राजस्थान सरकार, मुख्य भवन, सचिवालय जयपुर को लिखे पत्र दिनांक 25 अक्टूबर 2022 के बाबत ।

सामाजिक कार्यकर्ता ने अपने मांग पत्र में कहा कि हाल ही में आपकी पार्टी के एक मंत्री ने राहुल जी की यात्रा के संबंध में आमजन को धमकाने एवम डराने का बयान दिया है इस मंत्री का तुरंत प्रभाव से इस्तीफा ले और हमारी सलाह है। उन्हें बताए यह यात्रा भारत जोड़ो के लिए ना कि किसी का दिल तोड़ो आम लोगों की भावना आहत होती है । लोकतंत्र में इस प्रकार से भड़कीले बयान देना शोभा नही देता है उन्हे मालूम है की भारत मे गुर्जर शब्द का क्या मतलब है । आपके द्वारा की गईं कार्रवाई से अवगत कराएं। राजस्थान की संस्कृति एवम सभ्यता के लिए पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है कि अतिथि देवता के समान है । श्रीमान जी यदि आपकी पार्टी के विधायक गण गुर्जर समाज या आम नागरिक को डरा एवम धमका कर यह यात्रा निकालना चाहते तो और परिस्थितियों के मध्यनजर एवम गुर्जर समाज की समस्याओं के निवारण में राज्य सरकार की रूचि नही दिखाना इसलिए इस यात्रा को स्थगित करना उचित होगा। गुर्जर समाज एक वीर जाति है और इस जाति को कोई भी चलता फिरता इंसान इस प्रकार से ललकारे या हिम्मत नही करे। हम अतिथि का स्वागत एवम मान सम्मान करना भली भांति जानते है । श्रीमान राहुल जी यात्रा से पूर्व ही हमे राज्य सरकार लिखित में गुर्जर समाज की हमारी समस्त मांगों को स्वीकृति प्रदान करवाए जिससे आपकी यात्रा को हम ऐतिहासिक यात्रा का रूप दे सकें । यदि हमारी मांगों को आपकी यात्रा से पुर्व ही मान लिया जाता है तो गुर्जर समाज आपके स्वागत में पहली पंक्ति में खड़ा हुआ मिलेगा।

उपरोक्त विषयानुसार गत कई वर्षों से अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ द्वारा राज्य सरकार को लगातार गुर्जर समाज की विभिन्न प्रकार की समस्याओं के निवारण हेतु निवेदन किया लेकिन बड़े दुख के साथ सूचित कर रहे है कि गुर्जर बिरादरी की कोई भी समस्याओं का समाधान आज तक नही किया गया है । साफ शब्दों में हम इस पत्र के माध्यम से सूचित करना चाहते है कि राज्य सरकार की शासन कार्यप्रणाली में काफी सुधार की तुरंत प्रभाव से आवश्यकता है। काफी लंबे समय से तो राज्य सरकार के मंत्री एवम विधायक गण सिर्फ पद की लालसा में व्यस्त है और कुर्सी के लिए लड़ रहे है । कई वर्षों से लगातार हमारे द्वारा आपको एवम राज्य सरकार के विभिन्न विभागों को हमारी समस्याओं के निवारण हेतु पत्र व्यवहार किया जा चुका है लेकिन आज तक भी ठोस नतीजा या समाधान नही किया गया है । चुनावों के समय जनप्रतिनिधियों द्वारा किए गए वायदों को पूरा करने की धरातल पर तुरंत प्रभाव से जरूरत है । इस अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ संगठन के पदाधिकारियों ने कई बार आपसे व्यक्तिगत मुलाकात का समय मुख्यमंत्री कार्यालय से मांगा लेकिन आपकी सरकार में राजनीतिक मनमुटाव और कई मोड़ एवम मुद्दे को सुलझाने में ही व्यस्तता रही और हमारी समस्याओं के निवारण के लिए ठोस प्रयास नही किए जा रहे है ।

आपकी राजनीतिक पार्टी को गुर्जर समाज ने वोट देकर विश्वास जताया था कि गुर्जर समाज का विकास होगा लेकिन आज हमारी आवाज एवम वाजिब मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है और गुर्जर समाज की उचित मांगो के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है । यदि इसी प्रकार का रवैया रहा तो समाज को भी एक नई राजनीतिक पार्टी का विकल्प एवम राजस्थान में बदलाव लाने की शुरुआत करनी पड़ेगी जो कि गुर्जर समाज के हितो की रक्षा कर सके। इसलिए हमारा सुझाव है कि संवेदनशील होकर समय रहते है एक उच्च स्तर पर कमेटी गठित कर इस संगठन द्वारा उठाई गई मांगो एवम समाज की प्रत्येक समस्याओं का निवारण इस समिति या कमेटी में गुर्जर समाज के गणमान्य व्यक्तियों को शामिल कर सभी समस्याओं का निवारण तुंरत प्रभाव से किया जाए ।

श्रीमान जी हाल ही में केंद्र सरकार के जनजातीय कार्यालय मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा प्रमुख सचिव जनजातीय क्षेत्रीय विकास विभाग राजस्थान सरकार जयपुर को विभाग द्वारा एक पत्र दिनांक 25 अक्टूबर 2022 को भेजा गया गया जिसमे राजस्थान राज्य सरकार को गुर्जर जाति को जनजाति में शामिल करने की सिफारिश भेजेने के लिए लिखा है । अतः आपसे सादर अनुरोध है कि इस संबंध तुरत प्रभाव से प्रस्ताव बनाकर संबंधित विभाग को भिजवाए और उस पत्र की छायाप्रति मुझे उपलब्ध कराए। भारत जोड़ो यात्रा के साथ साथ आम जनता के दिलों में जगह एवम स्थान बनाए एवम दिलों को जीतने की जरूरत है ।

राजनीतिक पार्टियां के पदों पर जिम्मेदारी एवम अगले विधानसभा के चुनावों में गुर्जर समाज को टिकट वितरण में भागीदारी सुनिश्चित करे :

श्रीमान जी यदि समय रहते ही गुर्जर समाज की सभी समस्याओं का निवारण नही किया तो गुर्जर समाज उसी राजनीतिक पार्टियों का सहयोग एवम मान सम्मान करेंगे जो हम लिखित में हमारी समस्याओं के निवारण के लिए आगे की पंक्तियों में खड़ा रहगे। क्योंकि वर्तमान समय मे राजस्थान में 75 विधानसभा में गुर्जर बहुलता है । भारत देश की सभी विधानसभा के क्षेत्रो सहित राजस्थान की भी समस्त विधानसभा क्षेत्र में अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ गुर्जर समाज के युवाओं एवम गणमान्य लोगों को प्रत्याशी के रूप में वर्ष 2024 के चुनाव में खड़ा करेगा और उनकी जीत के समर्थन में उचित कार्यवाही, सहयोग एवम मदद करेंगे। अब गुर्जर समाज जागरुक हो चुका हमारे समाज का विकास नही तो उस राजनीतिक पार्टी को वोट भी नही दिया जाएगा। गुर्जर बाहुल विधानसभा से केवल गुर्जर प्रत्याशी को ही राजनीतिक पार्टियां टिकट दे अन्य जाति के उम्मीदवार की हार अगले चुनाव में निश्चिंत है । गुर्जर समाज अब अपने उम्मीदवार को ही जिताएगा। वर्तमान में गुर्जर समाज के समस्त विधायकगण भी यदि समाज हित एवम विकास मे अभी भी अपनी स्वार्थ की नीति को नही छोड़ेंगे तो गुर्जर समाज उनका अगले चुनावों में बहिष्कार किया जाएगा। कई विधायक बाहुल गुर्जर क्षेत्रों से जीत हासिल कर गुर्जर समाज की समस्याओं को उठाने में शर्म आती है कब तक आप 36 कोम के नेता होने का बहाना लेते रहगें। आपकी पार्टी के इस प्रकार के नेताओं को भी आप उनके गुर्जर समाज के हितों एवम विकास के लिए उनके कर्तव्यों एवम जिम्मेदारी से अवगत कराएं।

वर्तमान समय मे पूरे देश के गुर्जर समाज मे रोष व्याप्त है क्योंकि आरक्षण आंदोलन के समय हुए समझौतों को भी अभी तक पूरी तरह से लागू नही किया गया है । आंदोलन के बाद हुए समझौते के सभी बिन्दुओ की जल्द पालना की जाए । वर्तमान मे समय समय पर समाज मे आए दिन चर्चा होती रहती है और इस बाबत समाज मे क्रोध एवम नाराजगी व्याप्त है कि एमबीसी आरक्षण में भी अन्य जातियों को जोड़कर उन्हें एमबीसी आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है इसकी भी जाँच हो और इसे तुरंत प्रभाव से रोक लगे। प्रक्रियाधीन सरकारी भर्तियों में एमबीसी बैकलॉग को पूरा करे एवम देवनारायण योजना के उचित क्रियान्वयन तुरंत प्रभाव से करें।

आपको ज्ञात है की आजादी के समय से ही गुर्जर समुदाय को जनजाति (एसटी) का दर्जा मिला हुआ है क्योंकि गुर्जर समुदाय घुमंतू समुदाय है इसका मुख्य व्यवसाय पशुपालन है और इतिहास गवाह है कि 12 अक्टूबर 1871 को पूरे गुर्जर समुदाय को आपराधिक जनजाति अधिनियम, 1871 के तहत आपराधिक जनजाति के रूप में वर्गीकृत किया गया था और सभी गुर्जर को इस अधिनियम के तहत जन्मजात अपराधी माना गया था । गुर्जर समुदाय के लिए यह सजा 10,00,000 बहादुर गुर्जर अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने और स्वतंत्रता के पहले युद्ध 1857 में कई अंग्रेजों को मारने के कारण दी गई थी । 81 साल बाद 31 अगस्त 1952 ( भारत की आजादी के 5 साल बाद) इस दुष्ट कृत्य को निरस्त कर दिया गया, लेकिन हमारे महान जनजाति को अभी तक कोई सम्मान या मान्यता नहीं दी गई । हमें आपराधिक जाति अधिनियम ( पूर्व अपराधियों) से अधिसूचित होने के लिए डी – अधिसूचित जनजाति कहती है और गुर्जर के प्रति कलंक आज तक जारी है । गुर्जर समुदाय को इस नाम पर कड़ी आपत्ति है । हम स्वतंत्रता सेनानी जनजाति हैं । नहीं अधिसूचित जनजाति (पूर्व अपराधी ) जो हमारे घावों पर नमक रगड़ती है । गुर्जर समाज के लोग इस अनादर और अन्याय के खिलाफ खड़े है।

आजादी के आंदोलन एवम 1857 के आंदोलन में अंग्रेजों का कत्लेआम शुरू कर दिया था । आजादी में सक्रिय भूमिका निभाने के कारण अंग्रेजों ने गुर्जर को अपराधी जाति में शामिल कर दिया था और बागी घोषित करने के कारण गुर्जर समुदाय के लोग जंगलों में शरण ली और जंगलों में पलायन कर दिया था और शिक्षा एवम आवश्यक सुविधाओं से वंचित रहे । आजादी के बाद सरकार ने क्रिमिनल ट्राइब्स एक्ट को समाप्त कर दिया। अंग्रेजों ने क्रिमिनल ट्राइब्स एक्ट 1871 के जरिए गुर्जरों का अपराधी जाति घोषित किया था 1857 में आजादी की पहली क्रांति के दौरान मेरठ में कोतवाल धन सिंह गुर्जर ने क्रांतिकारियों तक संदेश पहुंचाने के लिए अंग्रेजों के घोड़े कैदियों को दे दिए थे। फरीदाबाद गुड़गांव ग्रेटर नोएडा के दादरी सहारनपुर गाजियाबाद एरिया में गुर्जरों ने युद्ध में अंग्रेजों को बड़ी हानि पहुंचाई थी । अंग्रेजों ने दमन चक्र चलाया अंग्रेजों ने क्रिमिनल ट्राइब्स एक्ट पारित कर गुजरो का अपराधी घोषित कर दिया क्रांति के लिए अंग्रेजों के घोड़े चोरी करने के कारण पशु चोर का तमगा भी दे दिया । आपसे सादर अनुरोध है कि गुर्जर वीरों ने संगठित होकर अंग्रेजी हुकूमत को भारत से खदेड़ने में अपनी महती भूमिका अदा की थी और वर्तमान समय में भी गुर्जर समाज के लोग सेना में शामिल होकर देश की रक्षा कर रहे हैं । गुर्जर समाज आरक्षण संवैधानिक अधिकार है आपको ज्ञात होगा कि देश की आजादी में अग्रणी भूमिका निभाने वाले गुर्जर समुदाय को स्वतंत्रता सेनानी होने के कारण यह लाभ अति गरीब गुर्जर के लिए वरदान साबित होगा। इस मांग पत्र के द्वारा आपकी जानकारी में लाना चाहता हूं कि वर्तमान समय में कश्मीर और हिमाचल के विमुक्त गुर्जरों के आरक्षण में राजनीति से प्रेरित दमनकारी सेंध लगाने की नाकाम कोशिश हो रही है उसे देश का गुर्जर कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगा ।

देश और प्रदेश की कोई भी सरकारें हो बड़े शर्म की बात है कि आजादी से अब तक किसी ने भी गुर्जर बिरादरी के साथ न्याय नहीं किया है। केंद्र सरकार देश के गुर्जरों का भला चाहती है तो विमुक्त घुमंतू जनजातियों पर 2018 की दादा इरादे रिपोर्ट संसद की पटल पर रख इसे देशभर में तुरंत प्रभाव से लागू किया जाए क्योंकि गुर्जर समुदाय देशभक्त कोम है और गुर्जर बिरादरी के लोगों आजादी की जंग में कुर्बानी दी थी और अंग्रेजों से लोहा लेकर विकास की मुख्य धारा से पिछड़ खानाबदोश बन गई थी । आजादी के 75 सालों में सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट एवं 13 आयोग की रिपोर्ट के बाद भी उचित आरक्षण एवम अधिकारों से वंचित है और गुर्जर बिरादरी वर्तमान में भी हक के लिए अभी तक भी लड़ रही है।

वर्ष 2017 में राजस्थान सरकार ने एमबीसी की गुर्जर सहित पांचों जातियों को डी एन टी के लिए भारत सरकार को सिफारिश कर दिया है। राजस्थान सरकार के विभाग द्वारा बताया गया है कि राज्य सरकार द्वारा विमुक्त एवम अर्द्ध गुमन्त जातियों के जोड़ने संबंधित प्रस्ताव भिजवाने हेतु लिखे गए पत्र क्रमांक 73396 दिनांक 01.11.2017 तथा क्रमांक 13463 दिनांक 09.03.2022 भारत सरकार को लिखे है। राजस्थान सरकार एवम भारत सरकार के द्वारा पत्र व्यवहार की छायाप्रति आपके अवलोकन एवम सूचनार्थ संलग्न है । रेंनकेकमीशन,अब ईदाते कमीशन भविष्य में डीएनटी को दस प्रतिशत आरक्षण उम्मीद बहुत है। हालांकि,भारत सरकार को ईदाते कमीशन की लिस्ट को राजस्थान सरकार को भेजना बाकी है। राजस्थान में सरकार द्वारा गुर्जर जाति को डीएनटी केटेगिरी में शामिल करने के बाद भी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा हैं इस कारण वंचित एवम पिछड़े गुर्जर समुदाय को केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा हैं। दिनांक 26 जुलाई 2021 को माननीय प्रधानमंत्री जी को मेरे द्वारा एक मेल द्वारा एक ज्ञापन संसद में गुर्जर एमबीसी आरक्षण को संविधान की 9 वी अनुसूची में शामिल करवाने क्योंकि एमबीसी आरक्षण अभी अधूरा है एवम राष्ट्रीय घुमत तथा अर्ध घुमत जनजाति आयोग भारत सरकार में गुर्जर समाज के प्रतिनिधि को भी सदस्य के रूप में शामिल करने की मांग की गई थीं । लेकिन इस बाबत भारत सरकार द्वारा की गई कार्रवाई से मुझे अभी तक नही अवगत कराया गया है ।

गुर्जर समाज के गणमान्य व्यक्तियों को गैर राजनीति राज्य सरकार के बोर्ड इत्यादि में नियुक्ति प्रदान करने बाबत।

उपरोक्त विषय अनुसार सादर अनुरोध है कि कृपया करके आप गुर्जर समाज के गणमान्य व्यक्तियों को गैर राजनीतिक विभिन्न पदों पर नियुक्तियों में उपयुक्त स्थान । हम आपको पुर्ण विश्वास दिलाते है यदि आप और आपकी पार्टी एवम सरकार द्वारा राजस्थान में गैर राजनीति पदो में गुर्जर समाज के विभिन्न में नियुक्ति एवम स्थान थे एक महत्वपूर्ण भागीदारी एवम योगदान निभाए

आपके मुख्यमंत्री कार्यालय को समय समय पर हमारे संगठन द्वारा निम्न विषयों/पत्रों द्वारा कई मांगे व समस्याओं से अवगत कराया गया था लेकिन अभी तक इसमें संबंध में हमारी समस्या का ठोस निवारण/निराकरण नही किया गया है । इसलिए आपसे पुनः निवेदन है कि इस संबंध में भी आवश्यक दिशा निर्देश संबंधित अधिकारियों को देकर अनुग्रहित करें। आपके आदेशों की एक छायाप्रति हमारे भेजे। अतः आपसे आशा है कि आप समय रहते हमारे समाज के उत्थान एवम विकास में सरकार का विशेष योगदान एवम सहयोग प्रदान करेंगे।

गुर्जर आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मुकदमों को तुरंत प्रभाव से ख़त्म करने एवम गोली लगने से घायलों/मृतकों को अनुकंपा नियुक्ति /मुआवजा दिलवाने बाबत निवेदन।

गुर्जर आंदोलनो में दर्ज मुकदमों को लेकर आंदोलनकारियो अभी तक परेशान हो रहे है । राजस्थान के विभिन्न जिलों के गुर्जर सहित दर्जनों लोगों को गुर्जर आंदोलन 2008 में मुकदमे दर्ज हैं जो आज भी प्रताड़ित हो रहे है। जो कई बार जेल में गए और अपने निज खर्चे पर जमानत करवाते आ रहे हैं जबकि गुर्जर नेताओ ने समझौते में मुकदमे वापस लिए हैं फिर भी आंदोलनकारी आज भी पीड़ित हैं । आप सहमत होंगे कि वर्तमान समय मे कोर्ट में मुकदमे की संख्या बढ़ते रहना वैसे ही चिंताजनक विषय है । इसलिए राजस्थान सरकार से सादर अनुरोध है कि गुर्जर समाज के निर्दोष व्यक्तियों / पीड़ित आंदोलनकारी की कानूनी मदद करे और वर्तमान में विभिन्न जिलों में चल रहे मुकदमों को ख़त्म करने के लिए संबंधित विभागों को लिखित में आदेश देकर अनुग्रहित करे ।

श्रीमान जी गुर्जर आरक्षण आंदोलन 2008 की में गोली लगने से घायल/मृतकों को अनुकंपा नियुक्ति मुआवजा दिलवाने बाबत कार्मिक विभाग को निर्देशित करने की कृपा करें ।

गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की भव्य प्रतिमा/जयपुर शहर में लगवाने

आपसे सादर अनुरोध है कि 10.06.2019 & 21.09.2020 गुर्जर प्रतिहार राजवंश के मिहिरभोज महान् का शासन काल में भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता गुर्जर सम्राट मिहिर भोज अपने पिता के तीन वर्ष के शिथिल शासनकाल के राजगद्दी बैठें थे ! मिहिर भोज ने अपने पितामह नागभट्ट की परम्परा को आगे बढ़ाया ,जिसकी सेना में 8 लाख पैदल , 90 हजार घोड़े ,एक हजार हाथी, रथ सेनिकों की स्थाई संगठित सेना थी. गुर्जर प्रतिहार वंश का शासन व्यवस्था वीरता और शौर्य से भरा एक समयकाल था इस राजवंश ने चारों तरफ अपनी सीमा का विस्तार कन्नोज से किया .भारतीय इतिहास में सैनिकों को नगद वेतन व्यवस्था का श्रेय इसी गुर्जर वंश को था एवं इस शासन काल में प्रजा पर अत्याचारी सामंत , सैनिकों के शिथिलाचार, रिश्वतखोरी पर कठोर दंड प्रावधान था.गुर्जर प्रतिहार वंश की राज ध्वजा पर वरहा राज चिंह अंकित था.भोजराज , वारहावतार ,परम भट्टारक , महाराजाधिराज गुर्जर सम्राट भोज की उपाधि सें अलंकृत था यह राजवंश.गुर्जर सम्राट मिहिर भोज महान् ….” आदिवराह चक्रवर्ती सम्राट “सन 836 – 885 के 49 बर्ष का यह कार्यकाल और यह राजवंश जब गुर्जर प्रतिहार सेना हर हर महादेव , जय विष्णु जय महादेव का जयकारा के साथ धावा होता था ,गुर्जर सैनिकों ने हमेशा युद्द नीति का पालन किया. गुर्जर प्रतिहार राजवंश में कन्नोज स्वर्ण और चांदी का सबसे बडा व्यवसाहिक केन्द्र था

अतः पर्यटन इतिहास एवम संस्कृति को जीवित रखते हुए इनकी प्रतिमा लगाने का आदेश तुरंत प्रभाव से देकर अनुग्रहित करे।

भगवान श्री देवनारायण जयंती महोत्सव को राष्ट्रीय पर्व / केंद्र एवम राज्य सरकार को भगवान श्री देवनारायण जयंती पर सार्वजनिक अनिवार्य छूटी घोषित करने बाबत

आपसे सादर निवेदन है कि गुर्जर एवम सर्व समाज के श्रद्धालुओं द्वारा पूरे देश में हर वर्ष भगवान श्री देवनारायण जयंती महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है । इस अवसर पर देश के कोने कोने में झांकी, शोभायात्रा आरती एवम भंडारे जैसे अनेक कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित करते है । आगमी जयंती 28 जनवरी 2023 को पूरे देश मे उलास एवम उमंग के साथ मनाई जाएगी । इस महोत्सव में बड़ी संख्या में सर्व समाज के भक्तजन सम्मिलित होते है ।

आपकी जानकारी में लाते हुए मुझे खुशी एवम गर्व है कि गत 25 वर्षों से भगवान श्री देवनारायण जी का जन्म उत्सव भगवान श्री देवनारायण एवम भैरव बाबा मंदिर गुर्जर की ढाणी, सेक्टर 4, विद्याधर नगर जयपुर राजस्थान में प्रत्येक वर्ष बडे धूमधाम से कौमी एकता एवम सांप्रदायिक सद्भाव दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रत्येक वर्ष की भांति अगला भगवान श्री देवनारायण जी का जन्म दिन (अवतार) का महोत्सव 28 जनवरी 2023 को दोपहर 4.30 बजे भगवान श्री देवनारायण एवम भैरव बाबा मंदिर, गुर्जर की ढाणी, प्लाट नंबर 354 के पास, सेक्टर 4, विद्याधर नगर, जयपुर में बड़े उल्लास के साथ मनाया जाएगा । आप इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप इस धार्मिक कार्यक्रम का दीपप्रज्वलन कर उत्सव की शुरुआत हेतु सादर आमंत्रित है । आपकी उपस्थिति से गुर्जर बिरादरी गौरवशाली महसूस करेंगी । इस कार्यक्रम में आपके शामिल होने की सहमति जन्मोत्सव से पूर्व ही समय पर हमें सूचित करवाने की मेहरबानी करें।

कलयुग के अवतारी भगवान श्री देवनारायण भगवान विष्णु के अवतार उन्होंने अपनी शक्तियों का हमेशा लोगो के कल्याण एवम उनकी हमेशा मदद करने के लिए किया । उन्होंने अपना सारा जीवन लोगो के कल्याण में व्यतीत किया था । उनके अच्छे विचार , आदर्श शासन व्यवस्था , समता , अहिंसा , शांति के संदेश वाहक का संदेश की महता है आज जहा सम्पूर्ण विश्व आतंकवाद , अहिंसा और अव्यवस्था से पीड़ित है ऐसे में भगवान श्री देवनारायण जी का व्यक्तित्व , आचार विचार अधिक प्रासंगिक है लिहाजा सम्पूर्ण देश में श्री देवनारायण जयंती का माघ माह के शुक्लपक्ष को सूर्य सप्तमी का अवकाश घोषित किया जाए और भगवान श्री देवनारायण जयंती को राष्ट्रीय पर्व घोषित किया जाए । इसी दिन भगवान सूर्य देव का जन्मदिन और सूर्य जयंती महोत्सव मनाया जाता है ।

इसलिए समय रहते है आप द्वारा इस दिन को राष्ट्रीय पर्व एवम सार्वजनिक अनिवार्य छुटी घोषित एवम आराध्य श्री देवनारायण एवम करने की कार्रवाई के लिए समय पर ही दिशा निर्देश संबंधित अधिकारियों एवम विभाग को जारी कर अनुग्रहित करे। अन्य समाज के लोगो की भी धार्मिक आस्था श्री देवनारायण भगवान मे है इसलिए मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस दिन ऐच्छिक छुटी के स्थान पर भारत देश के सभी राज्यों एवम राजस्थान सरकार द्वारा सार्वजनिक अनिवार्य छुटी घोषित की जाए। इस मांग को गंभीरता से लेकर हमारी संस्कृति एवम धार्मिक आस्था को मध्य नजर देखते हुए विचार करेंगे। यह आपका फैसला पूरे भारत वर्ष में ऐतिहासिक होगा। आप सभी गणमान्य महानुभाव सादर मुख्य अतिथि के रुप मे आमंत्रित है। प्रभु श्री देवनारायण जी के प्रति सर्व समाज के भक्तजनों की धार्मिक आस्था, प्रेम एवम अटूट विश्वास को मध्यनजर रखैत क्योंकि मैंने पूर्व में भी इस बाबत केंद्र एवम राज्य सरकार को भगवान श्री देवनारायण जयंती पर सार्वजनिक अनिवार्य छूटी घोषित करने की जायज मांग की थी और राज्य सरकार द्वारा कोई ध्यान नही दिया गया।

आशा और पूर्ण विश्वास है कि इस बाबत हमारे भोले भाले एवम शांति प्रिय समाज के गणमान्य व्यक्तियों एवम श्री देवनारायण जी के भक्तों एवम श्रदालु जन द्वारा कोई धरना एवम आंदोलन की जरूरत नही पड़ेगी क्योंकि आपके मार्गदर्शन में केंद्र एवम राज्य सरकार द्वारा समय रहते ही गुर्जर समाज की इस उचित मांग का सकारात्मक कार्रवाई कर मुझे जवाब भिजवाने की कृपया करें |

मांडल जिला भीलवाड़ा स्थित भगवान श्री देवनारायण जी का मंदिर देव भक्तों के लिए खुलवाने बाबत प्रार्थना पत्र ।

आपसे सादर निवेदन है कस्बा मांडल स्थित जो कि मांडल मुख्य बाजार में स्थित है वर्ष 1977 में इस धार्मिक स्थल को विवादित मानकर उक्त स्थल माननीय न्यायालय एसडीएम भीलवाड़ा द्वारा वर्ष 1977 पुलिस थाना मांडल को रिसीवर नियुक्त किया एवम उनके द्वारा इसे सुरक्षित किया जाकर निगरानी की जा रही है।

इसके बाद धार्मिक स्थल भगवान श्री देवनारायण मंदिर आमजन के लिए तभी से ही बंद है कि मांडल भीलवाड़ा में 40 साल से बंद धर्मस्थल भगवान श्री देवनारायण मंदिर को समय रहते ही खुलवाने की व्यवस्था करें क्योंकि आपको ज्ञात है कि हाल ही में 30 जुलाई को हिंदू समाज के देव भक्तों द्वारा इस मंदिर को खोलने के लिए एकजुट होकर धरना प्रदर्शन किया था ।

श्रीमान जी पूर्व गत वर्षों में भी इसी मुद्दे पर गुर्जर समाज एवं हिंदू समाज द्वारा आंदोलन एवं प्रदर्शन हो चुके हैं और भारत के संविधान के नियमों के तहत धार्मिक आस्था को मध्य नजर रखते हुए देव भक्तों को पूजा करने की तुरंत प्रभाव से इजाजत दी जाए । इस संबंध में हाईकोर्ट में एक केस विचाराधीन है राज्य सरकार अपने स्तर पर इस केस में पार्टी बनकर हिंदू समाज के हित एवम धार्मिक आस्था को बनाए रखने का प्रतिनिधित्व करें और देव भक्तों को इस धार्मिक स्थल पर पूजा पाठ करने की इजाजत कानून के दायरे में तुरंत प्रभाव से इजाजत दी जाए।

अतः आपसे अनुरोध है कि समय रहते ही आवश्यक कदम इस संदर्भ में राज्य सरकार द्वारा उठाए जाए जिससे कि इस प्रकार के आंदोलन की जरूरत भविष्य में ना हो और शांति एवं सांप्रदायिक सद्भाव भाईचारे एवं प्रेम के साथ भीलवाड़ा क्षेत्र के निवासी जीवन जी सकें।

अतः आपसे सादर अनुरोध है कि कृपया करके समय रहते ही संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देकर अनुग्रहित करें।

चित्तौड़गढ़ गुर्जरखेडी ग्राम पंचायत बांगेडा घाटा तह ० निम्बाहेड़ा में स्थित गुर्जर समाज के आराध्य देव श्री देवनारायण मन्दिर के चारों और की भूमि इस भूमि को विशेष समुदाय के नाम आवंटन के संबंध में तुरंत प्रभाव से एक जांच कमेटी गठित कर धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए निर्णय लेने बाबत।

आपसे सादर अनुरोध है कि राजस्थान में निम्बाहेड़ा के कनेरा घाटा क्षेत्र में गुर्जर खेडी गांव मै सबसे प्रसिद्ध एवं गुर्जर समाज के आराध्य देव देवनारायण मंदिर की चारों तरफ की जमीन एक समुदाय विशेष को जमीन अलॉटमेंट कर बताई जा रही है और इस आस्था के इस धार्मिक स्थल भगवान श्री देवनारायण जी के मंदिर के जाने का रास्ता तक नहीं छोड़ा गया बताया जा रहा है । जब कि यह एक मंदिर काफी प्राचीन मंदिर है आप सहमत होंगे कि चिंताजनक विषय है । गुर्जर समाज की आस्था के साथ कुठाराघात की नीति अपनाते हुए यह कृत्य किया गया है । जिसका गुर्जर समाज घोर निंदा एवम विरोध करता है ।

अतः आपसे अनुरोध है कि भाईचारा, अमन, चैन, शांति एवम सांप्रदायिक सदभावना, गंगा जमुना संस्कृति, सदैव बना रहे, इस आवंटन के संबंध में तुरंत प्रभाव से एक जांच कमेटी गठित कर उचित एवम ठोस युद्ध स्तर पर समय रहते ही कार्यवाही कर तत्काल रूप से निर्णय लिया जाए जिससे गुर्जर समाज की धार्मिक आस्था को ठेस नही पहुँचे । क्योंकि वर्तमान समय मे गुर्जर समाज मे भारी रोष है और गुर्जर समाज के गणमान्य व्यक्तियों एवम संस्थाओं द्वारा भी इस संबंध में जिलाधिकारी इत्यादि को इस बाबत ज्ञापन इत्यादि दिए जा चुके। आप द्वारा की गई कार्रवाई से मुझे भी अवगत कराने का कष्ट करें।

पर्यटन विभाग के वेबसाइट पर भीलवाड़ा जिले के आसींद में गुर्जर समाज के आराध्य श्री देवनारायण जी के पिता श्री सवाई भोज के इस स्थान के बारे में गुर्जर समाज का उल्लेख करवाने बाबत निवेदन।

आपकी जानकारी में लाना चाहता हु कि राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में स्थित आसींद में धार्मिक मंदिर के बारे में पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर गुर्जर समाज के आराध्य देव श्री देवनारायण के पिता सवाई भोज के धार्मिक स्थल के बारे में गुर्जर बिरादरी के बारे में जरूर अवगत एवम उल्लेख कराएं । क्योंकि इन दिनों इस बाबत गुर्जर समाज के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा आपत्ति एवम विरोध किया जा रहा है। कृपा करके राजस्थान सरकार की पर्यटन एवम संस्कृति विभाग की वेबसाइट से पर इसे तुरंत प्रभाव से सही किया जाए जिससे कि गुर्जर बिरादरी के सम्मान एवम आस्था को ठेस एवम आहत नहीं पहुंचे और इतिहास के साथ छेड़छाड़ भविष्य में नही हो । मेरे पत्र के जवाब में की गई कार्रवाई से मुझे अवगत कराने की कृपा करें

इस मांग पत्र के द्वारा सूचित किया जा रहा है कि भविष्य में 2024 में आने वाले चुनावों में गुर्जर समाज उस राजनीतिक दल का पूरा सहयोग करेगा जो पार्टी हमे जनजाति आरक्षण दिलवाने में मदद करेंगी अन्यथा गुर्जर समाज को आरक्षण अधिकार से वंचित करने के कारण राजनीतिक पार्टियां उसका परिणाम एवम खमियाजा चुनावों में भुगतने के लिए तैयार रहें क्योकि श्रीमान जी आप हमसे सहमत होंगे की वर्तमान समय मे धरातल पर हालत यह है कि गरीब बेरोजगार गुर्जर युवा अपने घर बैठे अपनी तंग आर्थिक एवम मानसिक स्थिति के परेशान हो रहा कारण रो रहा है और राज्य सरकार एवम केंद्र सरकार के पास समय नही की उनकी सुध ले और समय रहते हालत सुधारने के उपाय या इंतजाम सुनिश्चित करें।

अतः आगामी चुनावों से पूर्व है समय रहते ही हमे युद्ध स्तर पर कार्य कर आरक्षण के लाभ एवम संवैधानिक अधिकार दी जाए । आपसे अनुरोध है कि इस संबंध में संबंधित विभागों की निर्देश देकर अनुग्रहित करे और मुझे समय रहते ही आप द्वारा की गई कार्रवाई से अवगत करवा कर अनुग्रहित करे।

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