बीकानेर,आज नोगजा दरगाह परिसर में वक्फ कमेटी बीकानेर द्वारा वरिष्ठ कांग्रेस नेता समाजसेवी एडवोकेट मो. मुश्ताक भाटी के निधन पर एक *खिराजे अकीदत* प्रोग्राम रखा गया ।। जिसकी शुरुआत कुरान पाक की तिलावत से हुई।
खिराजे अक़ीदत में वरिष्ठ कांग्रेस नेता अब्दुल मजीद खोखर ने कहा कि मरहूम भाटी ने सदैव सिदान्तवादी नीति पर अपना जीवन जिया सदैव हम सबको एकजुट कर समाज हित मे कार्य करने की प्रेरणा दी ।
पूर्व यूआईटी चेयरमैन हाजी मकसूद अहमद ने कहा कि मेरे प्रथम चुनाव से सदैव मुझे हौसला अफजाई करने वाले एडवोकेट भाटी ने राजनीति क्षेत्र के अलावा सामाजिक क्षेत्रों में भी कई बड़े बड़े आंदोलन किये जो सदैव याद किये जाते है।
बीकानेर होलसेल भंडार चेयरमैन नगेन्द्र पाल सिंह शेखावत ने कहा कि मैने बचपन से स्व. भाटी जी को संघर्ष की राजनीति करते देखा है उनसे सदैव मुझे सीखने को मिला है।
वक्फ कमेटी अध्यक्ष पार्षद रमज़ान कच्छावा एंव एडवोकेट मोहम्मद असलम ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुवे कहा कि एडवोकेट भाटी सिर्फ एक समाज के नही अपितु 36 कौमों के जननेता रहे।
पूर्व पीसीसी सदस्य साजिद सुलेमानी एंव कॉमरेड बजरंग छींपा ने कहा कि एड. भाटी बेहद संजीदा व्यक्तित्व के धनी रहे उन्होंने जीवन भर शोषित एंव मजदूरों की आवाज़ बुलंद की।
शहर जिला कांग्रेस महासचिव फ़िरोज भाटी ने मरहूम भाटी की जीवनी पर अपनी बात रखते हुवे कहा कि मरहूम भाटी सदैव हमारी यादों में जिंदा रहेंगे।
इनके अलावा पीसीसी सदस्य बाबू जयशंकर जोशी, माशूक अहमद, एडवोकेट घनश्याम ओझा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जाकिर नागोरी, समाजसेवी इक़बाल समेजा, प्रेम रतन जोशी, सिन्धी सिपाही समाज अध्यक्ष शरीफ समेजा, पार्षद जावेद खान, पूर्व पार्षद दीन मो मोलानी, कैलाश किराडू, रहमत अली, एड. अनवर मोलानी, रेलवे नेता अल्ताफ अहमद, महमूद कुरेशी, एन डी कादरी, शायर जाकिर अदीब, शेख इक़बाल मिर्जा, मनोनीत पार्षद मोहम्मद असलम, जयकिशन गहलोत, अलीमुद्दीन जामी, यकीनुदीन डग्गा, सलीम मांगलिया, बशीर अब्बासी, शाहनवाज़ भाटी, शकील मिर्जा, एड शमशाद अली, उमर रंगरेज, अहमद सैय्यद, महबूब रंगरेज, एडवोकेट इसरार हसन क़ादरी, उस्मान नेता, रजाक जावच, तैयब सिसोदिया, होटल आर पार, पीर जाकिर अली, नासीर अली, मुख्यतार चौहान पेशकार, सलीम खान, हनीफ़ भाटी, इक़बाल भाटी, अशोक कुमार जसमातिया, आरिफ कायमखानी, सलीम चन्दड, कमरूदीन तंवर, अनीस अहमद सहित कई अधिवक्ता गण एंव सामाजिक संस्थाओं से जुड़े लोगों ने मरहूम भाटी को खिराजे अक़ीदत पेश की।
प्रोग्राम का संचालन कुंवर नियाज मुहम्मद ने किया।