बीकानेर,अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह के तहत मंगलवार को महिला मंडल स्कूल में आत्मरक्षा प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण में 70 बालिकाओं को प्रीतम सैनी द्वारा आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में महिला अधिकारिता उपनिदेशक डॉ अनुराधा सक्सेना ने बालिकाओं को आगे बढ़ने और स्वयं की रक्षा के लिए गुर सीखने को प्रेरित किया। इस अवसर पर संरक्षण अधिकारी सतीश परिहार, प्रचेता विजयलक्ष्मी जोशी, इंदिरा महिला शक्ति केंद्र की मैनेजर संध्या द्विवेदी और अन्य स्टाफ उपस्थित रहा।
महिला अधिकारिता उपनिदेशक डॉ अनुराधा सक्सेना ने बताया कि इसी क्रम में सोमवार को बालिकाओं के साथ जिला उद्योग केन्द्र में संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में गुड टच बैड टच, महावारी स्वच्छता प्रबंधन सहित अन्य विषयों पर प्रेरक महिलाओं ने बालिकाओं के साथ संवाद किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर निगम महापौर सुशीला कंवर, संभागीय आयुक्त वंदना सिंघवी, जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि, पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रतिभा देवठिया ने संवाद किया।
इस दौरान बालिकाओं ने राजनीति और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, नकारात्मक विचारों से बचने, आत्मविश्वास बढ़ाने, पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने, कोचिंग इंस्टिट्यूट, सोशल मीडिया, सुरक्षा कानून एवं नियमों जैसे विषयों से जुड़े प्रश्न किए।
जिला महापौर सुशीला कंवर ने कहा कि बालिकाएं जिस भी क्षेत्र को करियर के लिए चुनें उसके लिए जिम्मेदारी और ईमानदारी से काम करें ।उन्होंने कहा कि इच्छा शक्ति प्रबल हो तो बालिकाओं को आगे बढ़ने से कोई नही रोक सकता।
संभागीय आयुक्त वन्दना सिंघवी ने कहा कि अपनी मेहनत पर विश्वास रखते हुए सकारात्मक ऊर्जा एवं विचारों के साथ पढ़ाई करें।
जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि हिम्मत और आत्मविश्वास सफलता के मार्ग पर ले जाते हैं। जीवन में असफलता से सीखते हुए लक्ष्य की ओर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने सोशल मीडिया से दूर रहने, समस्याओं पर नहीं सामाधान पर फोकस करने, जरूरतमंद की मदद करने का आव्हान किया।
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि पुलिस और प्रशासन महिलाओं की बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर प्रयासरत है। बालिकाओं को अपने अधिकारों के बारे में जानकारी रखनी चाहिए। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर निजी जानकारी साझा नहीं करें।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रतिभा देवठिया ने बताया कि जीवन चुनौतियों का दूसरा नाम है। एक महिला अधिकारी को कार्यालय और घर में सामंजस्य रखना होता है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए सदैव सकारात्मक विचार विकसित करें।
कार्यक्रम में महावारी स्वच्छता प्रबंधन पर डॉ. विमला बिश्नोई ने जानकारी दी।
महिला अधिकारिता के उपनिदेशक डॉ. अनुराधा सक्सेना ने अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के बारे में जानकारी दी।
संवाद कार्यक्रम में प्रथम, द्वितीय व तृतीय आने वाली बालिकाओं को पुरस्कृत भी किया गया। समस्त बालिकाओं को भी किताबें, टी-शर्ट, कप एवं फोल्डर पैन बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के प्रतीक चिन्ह दिए गए। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया गया।
महिला अधिकारिता विभाग के दिनेश चन्द्र चारण द्वारा गुड टच और बैड टच के बारे में पीपीटी के माध्यम से बताया गया।
कार्यक्रम में आईसीडीएस उपनिदेशक सुभाष बिश्नोई, जिला उद्योग संग के अध्यक्ष द्वारका प्रसाद पच्चिसिया, बेटी बचाओ बेटी पढाओ की ब्रांड अम्बेसडर वेदिका शर्मा, डिस्ट्रीक हब फोर वूमन एमपॉवरमेंट के जेण्डर स्पेशलिस्ट पवन कुमार, महिला शक्ति केन्द्र स्टाफ, महिला अधिकारिता स्टाफ उपस्थित रहे।