बीकानेर,श्री शान्त क्रांति जैन श्रावक संघ के 1008 आचार्य श्री विजयराज जी म. सा. का 64 वां जन्मोत्सव गुरुवार को सेठ धनराज ढ़ढ्ढा की कोटड़ी में संघ की ओर से विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों को आयोजित कर मनाया गया। श्री संघ के अध्यक्ष विजय कुमार लोढ़ा ने बताया कि आगन्तुक श्रावक-श्राविकाओं का चन्दन का तिलक लगाकर, केसर की भेंट देकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर आचार्य श्री विजयराज जी महाराज साहब ने अपने संबोधन में कहा कि मैं यह जन्मोत्सव प्रेरणा दिवस के रूप में मना रहा हूं। उन्होंने अपनी माता – पिता और गुरु नाना लाल जी महाराज साहब का पुण्य स्मरण भी किया। मुनि विशाल प्रिय जी ने धर्मसभा में आचार्य श्री के स्वागत में 64 वें जन्मोत्सव पर उनकी 64 प्रेरणादायक विशेषताओं को शब्दों के माध्यम से अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त किया। महासती आनन्द प्रिया जी म.सा. ने 36 की तपस्या गुरु चरणों में समर्पित कर पच्चक्खान किया। अन्य महासतियों ने जिनवाणी के 32 आगम के माध्यम से आचार्य श्री को भावाभिव्यक्ति देकर उनके दीर्घायु होने की कामना की। संघ की ओर से श्रावक-श्राविकाओं ने सामायिक कर एवं कुछ ना कुछ त्याग का प्रत्याख्यान कर, त्याग का घड़ा गुरु चरणों में प्रदान किया।
प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया
दो दिवसीय धार्मिक प्रदर्शनी प्रेरणा की पहल एवं स्लोगन प्रतियोगिता आयोजित हुई। प्रतियोगिता संयोजक संजय सांड एवं गौतम तातेड़ ने बताया कि यह प्रदर्शनी विजयराज जी म.सा. के आदि ठाणा 8 एवं विदुषी महासती श्री पद्म श्री जी म. सा. तथा क्रांतिकर्णिका महासती श्री मृदला श्री जी म. सा. आदि ठाणा 17 के सानिध्य में 28- 29 सितंबर को आयोजित की गई। संयोजक राहुल सांड ने बताया कि प्रदर्शनी में कुल 22 स्टालें लगाई गई। जिनमें प्रथम आने वाली प्रदर्शनी नक्षत्र एवं सौर मंडल को ग्यारह हजार रुपए का पुरस्कार विनिता सेठिया और मीना दस्साणी ने प्रदान किया। द्वितीय प्रदर्शनी 14 नियम को सात हजार का पुरस्कार विनोद सेठिया और झवरीलाल बोहरा ने प्रदान किया। तृतीय पुरस्कार पांच हजार रुपए का लाल व हरा निशान प्रदर्शनी को सम्पत लाल तातेड़ व विजय कुमार लोढ़ा ने प्रदान किया। चतुर्थ एवं पंचम प्रदर्शनी को इक्कीस सौ रुपए का पुरस्कार नवरतन सांड एवं महावीर गीड़िया तथा पवन सोनावत, अंकित सांड ने प्रदान किया। अन्य सभी प्रतिभागियों को ग्यारह सौ रुपए, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान शांता भूरा, द्वितीय सुनीता सुखाणी, तृतीय स्थान तातेड़ परिवार एवं चतुर्थ स्थान सुन्दर देवी रांका का रहा। प्रचार मंत्री अंकित सांड ने बताया कि श्री शान्त क्रांति जैन श्रावक संघ, युवा संघ, महिला संघ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुई प्रदर्शनी में सह संयोजक मीनाक्षी सांड, शांता भूरा, स्नेहा सोनावत, मुकुल दस्साणी, अनीला सेठिया, मेघा गुलगुलिया, राखी तातेड़, मधु सोनावत, मधु बरड़िया, मेनका बांठिया, टीना झाबक, सरिता दस्साणी ने सक्रिय भूमिका निभाई।