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बीकानेर,तेरापंथ के एकादशम अधिशास्ता ‘युगप्रधान’ आचार्य श्री महाश्रमण जी भीनासर से प्रातः विहार करके गंगाशहर मैन बाजार होते हुए शान्ति निकेतन सेवा केंद्र पधारे। जहाँ पर प्रवासित वृद्ध साध्वियों से चित्त समाधि की अनुकूलता पूछी । एक-एक वृद्ध साध्वी से उनकी स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी ली, साता पूछी । इस अवसर पर साध्वी प्रमुखा विश्रुतविभा जी, मुख्य मुनि महावीर कुमार जी आदि साधु-साध्वी वृंद बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सेवा केन्द्र व्यवस्थापिका साध्वी श्री कीर्तिलता जी ने भी अपने विचार रखे । आचार्य प्रवर वहाँ पर लगभग एक घण्टे विराजे | वहाँ से प्रस्थान कर तेरापंथ भवन में विराजित रत्नाधिक मुनि श्री शांति कुमार जी से भी स्वास्थ्य की जानकारी ली। परस्पर वंदन व्यवहार हुआ।

इससे पूर्व भीनासर से विहार कर आते समय मार्ग में बुजुर्ग, असहाय, बीमार आदि श्रद्धालुओं को दर्शन दिए एव मंगल पाठ सुनाया। अपने आराध्य आचार्य प्रवर को इतना नजदीक से देखकर वृद्ध, बीमार ओर अक्षम लोग अपना दर्द भूलकर गुरू आशीर्वाद से निहाल हो गए।
भीनासर से पुरे रास्ते तक व्यवस्थित रूप में हर आयु वर्ग के लोग पुरे अनुशासन के साथ अपने गंतव्य की ओर बढ़ते रहे। सच मे सारा शहर महाश्रमण मय हो गया ।

मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र डाकलिया ने बताया कि आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान, तुलसी समाधि स्थल पर 17 जून को 26वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए एक बैठक का आयोजन हुआ। जिसमें संस्थात के महामंत्री हंसराज डागा ने विषय वार, बिन्दु वार एक-एक प्रकल्प और गतिविधि की बारीकी से समीक्षा करते हुए जिस-जिस को ज़िम्मेदारी सौंपी हुई है उन सभी के पूर्ण तैयारी के साथ सारा कार्य होने के बात कही।

आज की इस बैठक में विनोद जी बाफ़ना, पूनमचंद तातेड, माणकचंद सामसुखा, राजेन्द्र नाहटा, भैंरुदान सेठिया, विमल सिंह चौरडिया, दीपक आँचलिया, राजेंद्र पारख, संजय चौरड़िया, प्रदीप लालानी, मनीष बाफना, पुखराज दुगड़, मनोज सेठिया, करनी दान रांका, विनोद भंसाली, अनिल भंसाली, अशोक बाफना, भंवरलाल सेठिया, अरिहंत नाहटा, देवेंद्र जी बोथरा, अमित बोथरा आदि आदि अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

पुरे सकल समाज में भारी उत्साह है। सब लोग पुरी निष्ठा – समर्पण और भक्तिभाव के साथ अपने – अपने काम में लगे हुए हैं। गुरुदेव के पदार्पण को लेकर सभी प्रवासी लोग गंगाशहर – बीकानेर पहुँच रहे हैं ।

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