बीकानेर. श्रीडूंगरगढ़ थाने में तैनात दो सिपाहियों के खिलाफ थाने में ले जाकर मारपीट व गाली-गलौज करने का आरोप लगाया गया है। यह मामला सालासर निवासी मोहनराम पुत्र हड़मानराम मेघवाल की ओर से दर्ज कराया गया है। पुलिस के अनुसार उसने रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि थाने में सिपाही पद पर नियुक्त श्रीकिशन एवं गोरखाराम के खिलाफ अपने पक्ष में बयान करवाने के लिए धमकाने, जातिसूचक गालियां देने एवं मारपीट की।
परिवादी ने बताया कि 27 मार्च को सिपाही श्रीकिसन ने उसके मोबाइल पर फोन कर पूछा कि कहां है। तब परिवादी ने कहां कि बाजार में मोदी जी की दुकान पर खड़ा हूं। इस पर कांस्टेबल ने थाने आने का कहा।
वह थाने गया तो वहां पहले से खड़े सिपाही गोरखाराम व श्रीकिशन उसे थाने में पीछे बने कमरे में ले गए एवं 9 फरवरी के एक प्रकरण में अपने पक्ष में बयान सीओ श्रीडूंगरगढ़ के सामने दर्ज करवाने के लिए धमकाया। आरोपियों ने उसे जातिसूचक गालियां दी एवं उसके साथ मारपीट भी की मोटरसाईकिल की चाबी छीन ली। मारपीट के बाद आरोपी उसे श्रीडूंगरगढ़ सीओ के पास ले गए। जहां उसे उसका जानकार बाबूलाल रेगर मिला व उसने आरोपी सिपाही श्रीकिशन से उसे चाबी वापस दिलवाई। बाद में सीओ श्रीडूंगरगढ़ के रीड़र ने उसे फोन कर बुलाया तो उसने 9 फरवरी के मामले में अपने बयान दिए।
–यह था 9 फरवरी का मामला–
श्रीडूंगरगढ़ थाने के सिपाही गोरखाराम व श्रीकिसन के खिलाफ 9 फरवरी 2023 को दो पक्षों के बीच लेनदेन के मामले में एक पक्ष को थाने लाकर पीटने का आरोप लगा था। इस आरोप का मुकदमा श्रीडूंगरगढ़ थाने में 23 फरवरी को दर्ज हुआ। दोनों सिपाहियों पर कस्बे के बिग्गाबास निवासी रेंवतराम ने खुद को थाने में लाकर पीटने का आरोप लगाया था। इन दोनों आरोपी सिपाहियों के खिलाफ रतनगढ़ थाने में भी 2 मार्च को मामला दर्ज हुआ था। रतनगढ़ निवासी सुशील कुमार लुहार ने 9 फरवरी को श्रीडूंगरगढ़ थाने ले जाकर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए एक मुकदमा दर्ज करवाया था। इन दोनों सिपाहियों के खिलाफ यह तीसरा मुकदमा दर्ज हुआ है।