बीकानेर। रीट मामले में दर्ज प्रकरण में राहत दिलाने एवं अन्य किसी मामले में नहीं फंसाने की रिश्वत मांगने की शिकायत के सत्यापन के दौरान एसीबी का रिकॉर्डर लेकर भागे पुलिस निरीक्षक राणीदान उज्ज्वल का पांच दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस अपने ही महकमे के अफसर का पता लगाने में विफल साबित हो रही है। वहीं गंगाशहर थाने में दर्ज एफआईआर के संदर्भ में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर (आईपीएस) अमित कुमार बुड़ानिया दो दिन से जांच-पड़ताल में जुटे हैं।
परिवादी के बयान भी लेंगे, कांस्टेबल से मांगा जवाब
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर बुड़ानिया ने बताया कि एसीबी जयपुर के कांस्टेबल की अेार से गंगाशहर थाने में दर्ज हुए मामले में कांस्टेबल राजाराम व एएसआइ जगदीश के बयान लिए गए हैं। राजाराम के घटना के बाद भागने के कारणों के बारे में जवाब मांगा गया है। घटना के दौरान थाने में मौजूद रहे कार्मिकों से पूरा विवरण लिया गया है। मामला संगीन होने के कारण हर पहलू की बारीकी से जांच-पड़ताल की जा रही है।
अगले हफ्ते आएगी जयपुर एसीबी टीम
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक सीआइ राणीदान प्रकरण मामले की जांच करने के लिए एसीबी जयपुर की टीम अगले सप्ताह बीकानेर आएगी। फिलहाल एसीबी टीम के बीकानेर आने का कार्यक्रम रद्द हो गया है। अधिकारी-कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण अभी टीम नहीं आएगी। टीम यहां गंगाशहर थाने के घटनाक्रम के अलावा राणीदान व एएसआइ जगदीश के खिलाफ पूर्व में हुए ऐसे सभी प्रकरणों की बारीकी से जांच-पड़ताल करेंगी।
एसीबी की रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस अधीक्षक योगेश यादव का कहना है कि सीआइ राणीदान के खिलाफ प्राथमिक अपराध प्रमाणित होने पर उसे निलंबित कर दिया है। एएसआइ जगदीश को लाइन हाजिर किया है। एसीबी से रिपोर्ट मिलने का इंतजार है। एसीबी की रिपोर्ट में एएसआई पर गंभीर आरोप हुए तो आगामी कार्रवाई करेंगे। फिलहाल अब तक रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भिजवाई जा चुकी हैं। सीआइ राणीदान अभी सामने नहीं आए हैं।