बीकानेर/श्रीगंगानगर. बीकानेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की ओर से सहकारिता विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का खेल करने के मामले में मंगलवार को दी गंगानगर सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक लिमिटेड के मुख्य प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आरोपी से रिश्वत की राशि व प्रकरण से जुड़े अन्य तथ्यों के संबंध में गहनता से पूछताछ कर रही है। इस कड़ी में एसीबी की ओर से सितंबर माह में चार आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया था।
बीकानेर ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रजनीश पूनिया ने बताया कि सहकारित विभाग में भ्रष्टाचार के बड़े खेल के मामले में मंगलवार को दी गंगानगर सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक लिमिटेड के मुख्य प्रबंधक विकास गर्ग पुत्र गोविंदराम को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी विकास गर्ग ने प्रकरण में मंगतराम खन्ना के साथ मिलीभगत कर बैंक कर्मचारियों के खिलाफ चल रही विभागीय व न्यायिक कार्रवाई में कर्मचारियों को सहयोग कर लाभ पहुंचाने की एवज में आरोपी मंगतराम के लिए विकास गर्ग के माध्यम से रिश्वत के लेन देन संबंधित आरोप प्रथम दृष्टया प्रमाणित पाए जाने पर पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी से रिश्वत की राशि व अन्य तथ्यों के संबंध में जांच की जा रही है।
ये था प्रकरण
एसीबी के एएसपी पूनिया ने बताया कि बीकानेर में पदस्थापित उच्च अधिकारियों की ओर से अधीनस्थ कर्मचारियों की नियुक्तियों, वेतन विसंगतियों के निस्तारण व टेंडरों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की जानकारी मिली थी। जिसमें प्रबंध निदेशक केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड श्रीगंगानगर में कार्यरत मंगतराम खन्ना उर्फ एमआर खन्ना की ओर से अपने अधीनस्थ नौरंगलाल बिश्नोई उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां चूरू एवं एक दलाल वली मोहम्मद तथा अन्य से आपसी मिलीभगत कर रिश्वत राशि का लेनदेन का मामला सामने आया था। सत्यापन के बाद प्रकरण दर्ज कर जांच एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को दी गई थी। टीम ने मामले में संभाग में स्थित सहकारिता विभाग के विभिन्न कार्यालयों में सर्च अभियान चलाया था। जिसमें भ्रष्टाचार की प्रथम दृष्टया पुष्टि हुई थी। पुष्टि होने पर प्रबंध निदेशक केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड श्रीगंगानगर एमआर खन्ना उर्फ मंगतराम खन्ना, उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां चूरू नौरंगलाल बिश्नोई एवं दलाल वली मोहम्मद को निरुद्ध कर पूछताछ की गई। इसके बाद एमआर खन्ना, नौरंगलाल बिश्नोई तथा दलाल वली मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद एक ठेकेदार को भी गिरफ्तार किया था।