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बीकानेर,महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय बीकानेर एवं स्वामी विवेकानंद कॉलेज फॉर प्रोफेशनल स्टडीज के संयुक्त तत्वाधान में, देश की आधी आबादी (नारी शक्ति) का पूर्ण योगदान विषय पर दिनांक 22 नवंबर 2025 से गुरुकुल बी.एल. मोहता लर्निंग इंस्टीट्यूट सींथल बीकानेर में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार होगा जिसमे देश-विदेश के नामी गिरामी शिक्षाविद शिरकत करेंगे।

विश्वविद्यालय प्रतिनिधि डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि सेमिनार का मुख्य उद्देश्य देश की महिलाओं द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उनके दिए गए योगदान को विश्व पटल पर उजागर करना है ताकि महिलाओं के अधिकार एवं सामर्थ्य को और अधिक बढ़ाया जा सके और समाज में व्याप्त व्याप्त पितृ सत्तात्मक प्रवृति, लिंग असमानता और भेद‌भाव से मुक्ति मिल सके।

संगोष्ठी के संयोजक प्रोफेसर डॉ. राजेन्द्र कुमार श्रीमाली ने बताया कि देश-विदेश से लगभग 200 महिलाएँ कार्यक्रम में शिरकत कर घर और परिवार से लेकर अंतरिक्ष तक के क्षेत्र स्त्रियों के योगदान पर अन्तर्राष्ट्रीय मंथन करेगी। इस अवसर पर दिवंगत महिलाओं के योगदान को भी याद किया जायेगा।

सेमिनार के संयोजक डॉ. बाबूलाल मोहता ने बताया की पुरे विश्व में भारत ही एक ऐसा राष्ट्र है जहां “यत्र नार्यस्तु पुप्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता” की संकल्पना साकार हुई है। इसी संकल्पना के साथ भारतीय संस्कृति में महिलाओं के योगदान पर गुरुकुल संस्थान में कार्यक्रम रखा गया है जहाँ संस्कृति के संरक्षण, परिमार्जन एवं हस्तांतरण में महिलाओं की भूमिका को सकारात्मक मंच प्रदान किया जाएगा।”

गुरुकुल संस्थान के निदेशक डॉ. विजय आचार्य ने बताया कि संगोष्ठी में आधी आबादी के विभिन्न क्षेत्रों यथा शिक्षा (सह शैक्षिक), शिक्षक शिक्षा, खेल, चिकित्सा, इंजीनियरिंग (या यांत्रिकी), विज्ञान, तकनीकी, साहित्य, कानून, इतिहास, राजनीति, धर्म, संस्कार, संस्कृति, वाणिज्य, अर्थशास्त्र, अंतरिक्ष, सेना एवं सुरक्षा आदि में योगदान को उजागर किया जाएगा।”

संगोष्ठी की समन्वयक डॉ. सरोज राठौड़ ने बताया कि संगोष्ठी के सफल संचालन हेतु शिक्षा, राजनीति एवं प्रशासन से जुड़े अनेक महानुभावों को आमंत्रित किया गया है, जिसमें राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद नई दिल्ली की पश्चिमी क्षेत्रीय निदेशक रशिम  शुक्ला, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली के राष्ट्रीय सचिव अतुल भाई कोठारी, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, बीकानेर पश्चिम क्षेत्र के विधायक जेठानंद व्यास, बीकानेर पूर्वी क्षेत्र की विधायक सिद्धि कुमारी, माध्यमिक एवं प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय के निदेशक सीताराम जाट, पंजीयक शिक्षा विभागीय परीक्षा के अधिकारी नरेंद्र कुमार सोनी, जिला कलक्टर नम्रता वैष्णव, महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित, प्रिंसेस ऑफ बीकानेर राज्यश्री कुमारी आदि शामिल हैं।

संगोष्ठी की सह-संयोजिका रेणु शर्मा ने बताया कि सेमिनार में देश-विदेश की कुल 251 नारियों को महिला सशक्तिकरण पुरस्कार प्रदान किया जाएगा तथा इन महिलाओं के योगदान एवं भूमिका का अंतरराष्ट्रीय मंच पर साझा किया जाएगा।

सेमिनार सह-समन्वयक डॉ. संतोष व्यास ने बताया कि इस अवसर पर कहा कि इस अवसर पर एक पुस्तक आई.एस.बी.एन. एवं आई.एस.एस.एन. जर्नल का विमोचन भी होगा। पुस्तक एवं जर्नल में महिलाओं के घर-परिवार से लेकर अंतरिक्ष क्षेत्र तक के योगदान को पिरोया गया है

संयोजक डॉ. राजेंद्र कुमार श्रीमाली ने बताया कि सेमिनार को लेकर कमेठियो का गठन कर लिया गया है। कमेटी में डॉ. देवीलाल आचार्य, डॉ. ऋचा राजवंशी, डॉ. प्रियंका श्रीमाली, डॉ. राजश्री मांकड़, डॉ. रचना शर्मा, डॉ. नरेंद्र श्रीमाली, डॉ. प्रिया पारीक, डॉ. सत्यनारायण राजपुरोहित, डॉ. वीरेंद्र सिंह तंवर, डॉ. संजय मीणा, डॉ. भारती तलदार, डॉ. संदीप चौधरी, श्रीमती जिसामोल के. तन्ककंचन, श्रीमती बिंदु व्यास, मनमोहन रंगा, राजेंद्र कुमार हटीला, संजय शर्मा, नरेंद्र सिंह मट्टू आदि को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।

डॉ. श्रीमाली ने बताया कि महिला सशक्तिकरण पर होने वाले इस अंतरराष्ट्रीय सेमिनार हेतु भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू एवं राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला सहित अनेक मंत्रियोंसांसदों एवं विधायकों का शुभकामना संदेश प्राप्त हो चुका है।

 

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