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बीकानेर,स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशालय एवं कृषि व्यवसाय प्रबंधन संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में आज मंगलवार को एक दिवसीय “अकादमिक कॉरपोरेट इंटरफेस” कार्यक्रम आयोजित हुआ। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अरुण कुमार ने बताया कि आज के इस इंटरएक्टिव कार्यक्रम में इफको नाबार्ड, धानुका जैसी कंपनियों सहित 17 विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर सुझाव रखे। विश्वविद्यालय द्वारा इनके रखे गए सुझावों पर, हर संभव प्रयास किए जाएंगे व अनुसंधान पत्र प्रकाशित किए जाएंगे। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों व विभागाध्यक्षों ने कंपनियों के प्रतिनिधियों के फीडबैक- कम पानी की किस्में, बायो एजेंट, स्वस्थ मृदा व फर्टिलाइजर के उपयोग, किसानों की आय में कैसे वृद्धि हो, को सुना। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि धानुका एग्रीटेक लिमिटेड के सलाहकार कमल कुमार ने कृषि विश्वविद्यालय व उद्योगों के मध्य प्रसार गतिविधियों पर अधिक ध्यान देने की बात कही। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र व अनुसंधान केंद्र इंडस्ट्री के साथ मिलकर किसानों को कई गुना ज्यादा फायदा पहुंचा सकते हैं, साथ ही, नए मॉलिक्यूल विकसित करने एवं रजिस्टर करने की दिशा में काम किए जाने के बारे में बताया। जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक मंजू नैण ने राजस्थान सरकार की उद्योग विकास योजना के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर अधिष्ठाता सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय डॉ विमला डुंकवाल ने मरूशक्ति उत्पाद के उत्पादों की उपयोगिता पर प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया। इसके साथ विश्वविद्यालय व नेचुरल राजस्थानी फूड प्रोडक्ट्स बीकानेर के साथ एमओयू भी साइन किया गया। अनुसंधान निदेशक डॉ पी एस शेखावत ने अकादमिक कॉर्पोरेट इंटरफ़ेस कार्यक्रम के उद्देश्य व मीटिंग के एजेंडे पर चर्चा कर बताया कि उद्योगों के सहयोग से किसानों की आय व फसल उत्पादकता कैसे बढ़ाई जा सकती है तथा विभिन्न एग्रो-इंडस्ट्री का इसमें क्या रोल हो सकता है। इस दौरान आईएबीएम के प्लेसमेंट ब्रोशर का भी विमोचन किया गया। आईएबीएम के निदेशक व संकाय अध्यक्ष डॉ आई पी सिंह ने बीकानेर क्षेत्र में उद्योगों के विकास पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान कुलसचिव सुनीता चौधरी सहित विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता व निदेशक गण उपस्थित रहे। डॉ अदिति माथुर ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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