श्रीडूंगरगढ़अणुव्रत समिति द्वारा सेवा केंद्र व्यवस्थापिका श्री चरितार्थ प्रभा जी के सान्निध्य में तेरापंथ सेवा केंद्र (मालू भवन)में मनाया गया!
साध्वी श्री चरितार्थ प्नभा जी ने अणुव्रत के नियमों की व्याख्या करते हुए परिषद को अणुव्रर्ती बनने के प्रेरणा दी साध्वी श्री जी ने अणुव्रत प्रवर्तक आचार्य श्री तुलसी को स्मरण करते हुए कहा कि आचार्य तुलसी सांप्रदायिक सद्भाव व समुदायों में मैत्री के बारे में निरंतर चिंतनशील रहते थे,उन्होंने अणुव्रत रूपी जो छोटा पौधा लगाया था आज वह वटवृक्ष बन कर लोगों को सदाचार के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दे रहा है! साध्वी श्री जी ने परिषद को नशा के दुष्परिणाम को बताते हुए इससे दूर रहने की प्रेरणा दी!कार्यक्रम के मुख्य वक्ता यह श्री रूपचंद सोनी ने उपस्थित परिषद से नैतिकता, प्रामाणिकता, ईमानदारी व सच्चाई के मार्ग पर चलने का आह्वान किया व अणुव्रत को अपने जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा दी! कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वी कृतार्थ प्रभा जी के मंगलाचरण से हुआ व समिति उपाध्यक्ष श्री सत्यनारायण स्वामी ने अतिथियों का अभिनंदन आभार प्रकट किया!कार्यक्रम में अणुव्रत समिति परामर्शक श्री तुलसी राम चौरङिया, लॉयन महावीर प्रसाद माली,समिति उपाध्यक्ष श्री पवन कुमार सेठिया,महिला मंडल मंत्री श्रीमती मंजू झाबक,तेयुप अध्यक्ष श्री पुखराज बरङिया, वार्ड पार्षद श्रीमती अंजू पारख व श्री मनीष नौलखा ने अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी! कार्यक्रम में वरिष्ठ श्रावक दुलीचन्द शयामसुखा कस्बे के प्रबुद्ध जनों,पत्रकारों व पार्षद हीरालाल पार्षद प्रतिनिधि चांद रत्न सेठिया पूर्व पार्षद अशोक झाबक की गरिमामयी उपस्थिति रही!मुख्य वक्ता सोनी जी का साहित्य सम्मान किया गया! कार्यक्रम का संयोजन अणुव्रत समिति मंत्री के एल जैन ने किया! कार्यक्रम का समापन साध्वी श्री जी के मंगल पाठ से हुआ!