
बीकानेर,आज बीकानेर के स्थानीय बारहगुवाड आलु जी छंगाणी की अद्वितीय मनोरथ पूर्ण गवर के दो दिवसीय मेले आरम्भ हुवा, सायंकाल से ही महिला पुरुषो, और बच्चों के रेले आने प्रारम्भ हो गये रात्री नौ बजे तक चौक दर्शनार्थियों से खचाखच भर चुका और चारो तरफ उत्सव का माहौल था।
किवदंति है कि आलु जी छंगाणी की गवर के आगे शुद्ध अन्तःकरण से जो भी मनोकामना रखी जाती है वो पूर्ण होती है और मेले मे दर्शनार्थियों ने इसी के चलते किसी ने गुड्डा – गुड्डियाँ चढा कर, किसी ने मकान के खिलौने चढ़ा कर किसी ने धौक लगा कर क्रमशः अपने – अपने ( वंश वृद्धि ) बच्चों की चाहत, मकान व विवाह आदि की अपनी – अपनी मनोकामना गवर माता के सम्मुख रखी, कुंआरी कन्याओं ने अच्छे घर – वर की कामना लेकर उनके आगे नृत्य किया ।
विदित रहे आलु जी छंगाणी की गवर का मेला बारह गुवाड मे दो दिन चलता है जो कल भी चलेगा और रात्रि को महा आरती के साथ सम्पन्न होगा, मेले के बारे मे बतलाते हुवे शिव छंगाणी ने कहा मेले मे उमड़ी भीड से वे स्वयं चकित है .. और शायद ये गवर माता की कृपा और चमत्कार ही है शायद ।