बीकानेर,भारतीय नागरिकों की पहचान बन चुका आधार कार्ड अब खतरें में है। केंद्रीय एजेंसियों ने आधार कार्ड के दुरुपयोग पर अलर्ट जारी किया है। आधार कार्ड की फोटो कॉपी या फोटो किसी को भी शेयर न करें। साइबर कैफे पर आधार कार्ड कतई भी डाउनलोड न करें। इसका आपरधिक कृत्य या आतंकी कृत्य तक में इस्तमाल हो सकता है।*
भारतीय नागरिकों की पहचान बन चुका आधार कार्ड अब खतरें में है। केंद्रीय एजेंसियों की सलाह पर केंद्र सरकार ने आधार कार्ड के दुरुपयोग पर अलर्ट जारी किया है। केंद्र सरकार ने जारी इस अलर्ट में साफ कहा है कि कोई भी व्यक्ति आपने आधार कार्ड की फोटो कॉपी या फोटो किसी को भी शेयर न करें। साइबर कैफे पर आधार कार्ड कतई भी डाउनलोड न करें। किसी भी कार्य के लिए मास्क्ट आधार ही शेयर करें। अन्यथा 12 अंकों का यह आधार नंबर आपको दिन में तारे दिखा सकता है। इस आधार कार्ड का आपरधिक कृत्य या फिर आतंकी कृत्य तक में इस्तमाल हो सकता है।
क्या है मास्क्ड आधार
मास्क्ड आधार वो आधार है जिसमें अंतिम की सिर्फ चार संख्या दिखाई देती है। आधार कार्ड पूर्ण रूप से 12 अंकों का होता है लेकिन अंतिम चार नंबर किसी भी पहचान के लिए पूर्ण है। ऐसे में सिर्फ अंतिम चार नंबर वाला आधार कार्ड ही किसी भी कार्य के लिए दिखाएं। अगर आपको कभी भी मास्क्ड आधार की जरूरत हो तो UIDAI वेबसाइट पर जाकर ‘ Do You Want a Masked Aadhaar’ से इसे डाउनलोड कर सकते हैं।
फोन कर मांग रहे आधार
दरअसल इस समय आनलॉइन अपराध बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश की रहने वाली पुनीता जयसवाल के साथ एक ऐसा ही वाकया हुआ। उनसे लगातार फोन करके तमाम स्कीम के नाम पर आधार मांगा गया। वह अलर्ट थी उन्होंने आधार देने से मना कर दिया। दरअसल आजकल आधार से ही बैंक एकाउंट, मोबाइल नंबर आदि जुड़ें हुए हैं। ऐसे में उनकी क्लोनिंग कर साइबर अपराधी बड़े आराम से अपराध अंजाम दे सकते हैं।
ये नहीं रख सकते आधार
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय नई दिल्ली ने साफ कहा है कि गैरलाइसेंसी निजी क्षेत्र आधार कार्ड का संकलन नहीं कर सकते हैं। यह आधार कार्ड की कापी भी अपने पास नहीं रख सकते हैं। इसमें बिना लाइसेंस वाले होटल और सिनेमा हॉल भी शामिल हैं। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण से आधार प्रयोग का लाइसेंस लेने वाले ही आधार ले सकते हैं। गौरतलब है कि कोरोनाकाल के बाद हर जगह आधार का उपयोग बढ़ गया है। फिर चाहे होटल हा या अस्पताल। सिनेमा हाल हो या फिर बैंक्वेट हॉल।