
बीकानेर,अपने नाम के पर्याय को सिद्ध करने में संलग्न जीवन रक्षा हॉस्पिटल एवं यहाँ के चिकित्सक निरन्तर सफलता के नवीन प्रतिमान स्थापित करते जा रहे हैं और इसी क्रम में डॉ.दिनेश अग्रवाल ने एक ही दिन में घुटना एवं कूल्हा प्रत्यारोपण के कुल 6 सफलतम ऑपरेशन कर जीवन रक्षा की अपनी प्रतिबद्धता को पुनश्च दोहराया है।
केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा मरीजों के हितों में शुरू की गई योजनाओं के अंतर्गत निरंतर उपचार प्रदान करवाने के क्रम में जीवन रक्षा हॉस्पिटल निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं को जन-जन तक सुलभ बनाने के लिए कृत संकल्पित है। हॉस्पिटल अपनी शुरुआत से ही सरकारी योजनाओं से संबद्ध होकर मरीजों को यथोचित लाभ पहुंचाने में संलग्न है। राज्य सरकार कर्मचारी/ पेंशनर्स के लिए अधिकृत आरजीएचएस, ईसीएचएस, ईएसआई, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना एवं इंश्योरेंस कंपनियों से सम्बद्ध टीपीए कैशलेस उपचार जीवन रक्षा हॉस्पिटल में सहज उपलब्ध है। आरजीएचएस एवं चिरंजीवी योजना के अंतर्गत ही शुक्रवार 27 मई को डॉ. दिनेश अग्रवाल द्वारा घुटना एवं कूल्हा प्रत्यारोपण के 6 अलग-अलग सफल निशुल्क ऑपरेशन कर मरीजों को राहत प्रदान की गई।
जोड़ प्रत्यारोपण एवं अस्थि रोग विभाग के प्रमुख डॉ. दिनेश अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि घुटना एवं कूल्हा प्रत्यारोपण की सर्जरी महंगे उपचार की श्रेणी में मानी जाती है क्योंकि ऐसी सर्जरी के दौरान इम्प्लांट की कीमत ही बहुत महंगी पड़ जाती है तथा शेष खर्चे भी जरूरतमंद मरीजों द्वारा वहन करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाएं मरीजों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। एक चिकित्सक के नाते हमारा भी यह प्रयास रहता है कि इन सुविधाओं का अधिक से अधिक मरीजों को लाभ मिले। हमने अपनी पूर्ण प्रशिक्षित टीम के साथ एक ही दिन में अलग-अलग 6 सफल ऑपरेशन को अंजाम देकर न केवल लोगों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने की कोशिश की है बल्कि इसके साथ हमारा यह इरादा भी था कि सरकारी योजनाओं के अंतर्गत उपलब्ध निशुल्क उपचारों का फायदा भी आमजन को मिले।
डॉ. दिनेश अग्रवाल ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि घुटना एवं कूल्हा प्रत्यारोपण के ऑपरेशन किए गए सभी 6 मरीजों के स्वास्थ्य में आशातीत सुधार हुआ है और रविवार 29 मई को हमने इन मरीजों को चलवाना भी शुरु करवा दिया। इन सभी छह मरीजों में से एक मरीज 86 वर्ष की उम्र के बुजुर्ग हैं, जिनका सफल घुटना प्रत्यारोपण किया गया है। प्रत्यारोपण के पहले इन बुजुर्ग का जीवन घुटनों के असहनीय दर्द की वजह से कष्टप्रद बन चुका था, किंतु प्रत्यारोपण के पश्चात अब उनकी लाइफस्टाइल में आशातीत सुधार हुआ है। 86 वर्षीय इस बुजुर्ग के परिवारजन निशुल्क ऑपरेशन के पश्चात हुए स्वास्थ्य लाभ से बहुत प्रसन्न है। सभी मरीजों का पूर्ण स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद मंगलवार 31 मई को सभी को सकुशल अस्पताल से डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया। जीवन रक्षा हॉस्पिटल की सुदृढ़ टीम द्वारा राज्य सरकार तथा केंद्र सरकार द्वारा मरीजों के हितों में शुरू की गई स्वास्थ्य योजनाओं के अंतर्गत लगातार लाभ पहुंचाया जा रहा है और भविष्य में भी हम इन योजनाओं के अंतर्गत अपनी सक्षम सेवाओं को आमजन तक पहुंचाने में प्रयासरत रहेंगे।