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बीकानेर,शहर के प्रकाशचित्र सिनेमाघर में सोमवार अचानक आग सुलगने से इलाके में अफरा तफरी सी मच गई। बताया जाता है कि करीब दशक भर से बंद इस सिनेमाघर के अंदर सुलगी आग की चपेट में आने से कुर्सिया और फर्नीचर जलकर पूरी तरह तबाह हो गया। भीषण आगजनी के कारण मौके पर उपजे हालातों की भयावहता का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि बेकाबू होती आग को देखकर पुलिस ने एतिहात के तौर पर आस पास के मकान और प्रतिष्ठान खाली करवा लिये और चारों तरफ आवागमन रोक दिया। प्रकाशचित्र के पीछे रहने वाले लोगों ने बताया कि देर शाम अंधेरा घिरने के बाद सिनेमाघर के अंदर से धूंआ उठता दिखाई दिया और थोड़ी ही देर में भीषण लपेट उठने लगी। इसकी सूचना मिलने के बाद कोतवाली पुलिस कर जाब्ता मौके पर पहुंच गया और दमकल भी बुला ली लेकिन दमकल का प्रेशर कम होने के कारण पानी आग तक नहीं पहुंच पाया । ऐसे में बड़ी दमकलें मंगवाई गई जो करीब एक घंटा देरी से पहुंची,तब तक आग भीषण रूप ले चुकी थी। आग की तपन से प्रकाशचित्र के आस पास का करीब सौ मीटर तक इलाका गरम हो गया। बताया जाता है कि शाम करीब सवा आठ बजे भभकी आग देर रात ग्यारह बजे तक काबू नहीं आई थी। आग बुझाने के लिये एयरफोर्स की दमकलें भी मंगवाई गई और दमकल कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। मौके पर पहुंचे सीओ सिटी दीपचंद सहारण ने बताया कि सिनेमा हॉल काफी दिनों से बंद है और बिजली कनेक्शन भी कटा हुआ है,ऐसे में आग का कारण शॉर्ट सर्किट तो नहीं हो सकता है। उन्होने बताया कि आग लगने का कारण पता नहीं चल सका है । आंशका है कि यह आग इलाके में हुई आतिशबाजी की चिंगारी के कारण लगी है। लेकिन इसकी अभी पुख्ता तौर पर पुष्टी नहीं हुई है। हादसा भीषण आगजनी का होने के कारण एएसपी सिटी अमित बुढ़ानिया,नगर निगम आयुक्त गोपाल राम बिरधा,एडीएम सिटी पंकज शर्मा समेत अनेक अधिकारी मौके पहुंचे और आग पर काबू के लिये आवश्यक दिशा निर्देश दिये।

बताया जाता है कि प्रकाशचित्र में करीब तीन घंटे तक भभकी रही भीषण आग की चपेट में आने से अंदर रखी हजारों कुर्सिया और फनीर्चर समेत लाखों का सामान जल कर राख हो गया। हादसे में वक्त प्रकाशचित्र का मुख्य गेट बंद था और उस पर कोर्ट की सील लगी हुई थी। लेकिन आपात कालीनी हालात का देखते हुए प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर नगर निगम कर्मियों ने गेट पर लगी सील तोड़ कर गेट खोल दिया।

आग कब और कैसे लगी यह किसी पता नहीं चल सका है। जब आग का विकराल रूप दिखा, तभी लोगों को जानकारी हुई। सीओ सिटी दीपचंद ने बताया कि देर शाम को किसी स्थानीय नागरिक ने थाने में कॉल कर सूचना दी थी कि बंद पड़े प्रकाशचित्र में आग लगी हुई है। सूचना मिलने के बाद पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा तो सिनेमाघर की खिड़कियों से लपटे उठती दिखाई दे रही,यह लपटे सिनेमाघर की छत्त तक पहुंच चुकी थी। उन्होने कहा कि यह सिनेमाघर करीब दशकभर से बंद है,अंदर किसी तरह की कोई गतिविधि भी नहीं होती इसके बावजूद आग कैसे लगी यह अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा है कि फिलहाल आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी । उन्होने कहा कि अंदर ही अंदर भड़की आग पर बड़ा हादसा हो सकता है,इसलिये एतिहात के तौर पर सिनेमाघर के आस पास का इलाका खाली करवा लिया गया है।

आगजनी की यह खबर फैलते ही मौके पर भीड़ जुटनी शुरू हो गई,इससे प्रकाशचित्र रोड़ पर वाहनों का आवागमन भी बाधित हो गया। वहीं सिनेमाघर के पीछे भी लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। भीड़ को खदेडऩे के लिये पुलिस को बार-बार हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस ने दमकल गाडिय़ों के सुगम आवागमन के लिये आग की लपटों में घिरे प्रकाशचित्र के चारों तरफ रास्तों पर वाहनों का आवागमन रोक दिया। इधर आग बुझाने की कोशिश की गई तो मौके पर पहुंची पहली दमकल की गाड़ी ही दगा दे गई । इसमें पानी तो था लेकिन प्रेशर नहीं। इससे पानी आग तक नहीं पहुंचा तो मौके पर मौजूद लोगों ने दमकल दस्ते की नाकामी को लेकर विरोध शुरू कर दिया। हालांकि इस करीब घंटेभर बाद अनेक दमकलें पहुंच गई और फायर बिग्रेड की टीम ने आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू कर दिया।

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