
बीकानेर,जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कृषि विकास समिति एवं प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत डीएलएमसी व डीजीआरसी की बैठक आयोजित हुई।
जिला कलक्टर ने बैंकर्स एवं संयुक्त निदेशक को जिले में बुवाई क्षेत्र की तुलना में बीमित क्षेत्र 50 प्रतिशत होने पर, समस्त ऋणी किसानों का 30 अगस्त तक बीमा करना सुनिश्चित करें। उन्होंने बीमा कंपनी एआईसी के प्रतिनिधि को खरीफ 2023 से रबी 2024-25 वर्ष में नेफ्ट फेल किसानों की संख्या एवं राशि का विवरण उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। साथ ही किसानों के क्लेम संबंधित अन्य जानकारी भिजवाने को कहा।
जिला कलक्टर के उद्यानिकी में मूल्य श्रृंखला विकास तथा कृषि में एग्री स्टेक व आई की भूमिका पर विस्तृत नोट तैयार कर उच्च स्तर पर शीघ्र भिजवाने के निर्देश दिए।
संयुक्त निदेशक कृषि कैलाश चौधरी ने बताया कि खरीफ 2025 में अब तक 10 लाख किसान आवेदन एवं 6.085 लाख हेक्टयर एरिया बीमित हुआ है। खरीफ 2024 एवं रबी 2024-25 फसल बीमा कंपनी द्वारा पहली किश्त 140 करोड़ रुपए फसल बीमा क्लेम किसानों को भुगतान किया गया है। उन्होंने बताया कि शेष क्लेम कंपनी द्वारा द्वितीय किस्त के रूप में जारी किया जाएगा।
सहायक निदेशक मुकेश गहलोत ने उद्यान विभाग की योजनाओं की प्रगति के बारे में बताया। उन्होंने उद्यानिकी में मूल्य श्रृंखला विकास तथा कृषि में एग्री स्टेक व एआई के उपयोग पर प्रस्तुतीकरण दिया। इस दौरान कृषि वैज्ञानिकों, प्रगतिशील किसानों, एफपीओ प्रतिनिधि, कृषि सहित अन्य विभाग के अधिकारियों से चर्चा हुई।
बैठक में जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहनलाल, क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक एसकेआरएयू डॉ एच एल देशवाल, काजरी वैज्ञानिक एम.एल सोनी, केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान डॉ एस आर मीणा, उपनिदेशक उद्यान रेनू वर्मा, परियोजना निदेशक आत्मा ममता, नाबार्ड प्रबंधक रमेश तांबिया, एलडीएम लक्ष्मण राम, कृषि अधिकारी रमेश भाम्भू, अनिरुद्ध विश्नोई सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।