












बीकानेर,पर्यटन लेखक संघ- महफिले -अदब के तत्वावधान में रविवार को होटल मरुधर हेरिटेज में आयोजित साप्ताहिक काव्य गोष्ठी में मिर्ज़ा ग़ालिब की जयंती के अवसर पर उन्हें याद किया गया।नगर के रचनाकारों ने अपने कलाम के माध्यम से ग़ालिब को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रोफेसर डॉ. नरसिंह बिनानी ने नए साल के स्वागत में कविता सुनाई।
मुख्य अतिथि वरिष्ठ शायर जाकिर अदीब ने ग़ालिब की जमीन में ग़ज़ल सुना कर वाह वाही लूटी-
है ज़ौम उसे अपनी रवानी पे तो क्या है
सौ बार हुआ खुश्क वो दरिया मेरे आगे
संयोजक डॉ ज़िया उल हसन कादरी की ने भी जमीन में गजल सुना कर दाद हासिल की-
मुमकिन है के बिगडे नहीं हालाते-जहाँ और
तुम आ के ज़रा दो ना, मुहब्बत की अजां और
कार्यक्रम में असद अली असद, डॉ जगदीश दान बारहठ,अमर जुनूनी,अब्दुल शकूर सिसोदिया,धर्मेंद्र राठौड़ धनंजय आदि ने भी कलाम पेश किया।संचालन डॉ ज़िया उल हसन कादरी ने किया।
