
बीकानेर,रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में सोमवार को चातुर्मासिक प्रवचन में गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर म.सा. ने कहा कि मनुष्य मन, विचार व कर्म से बुरा भला होता है। अपने में व्याप्त बुराइयों, बुरे चिंतन व बुरे कर्मों तथा काम, कोध, लोभ व मोह आदि कषायों से अंतर से युद्ध कर व्यक्ति अच्छा इंसान बन सकता है। आत्मा के पवित्र व निर्मल स्वरूप को प्रकट कर मोक्ष के मार्ग पर अग्रसर हो सकता है।
एक श्रावक के प्रश्न का उत्तर देते हुए गणिवर्य ने कहा कि कर्मों का फल सूक्ष्म रूप् से तत्काल व स्थूल रूप से कर्मों की बाधाएं दूर होने पर मिलता है। परमात्मा के मंदिर में दर्शन वंदन, पूजा अर्चना करने पर तत्काल फल के रूप में सुख, शांति व शकुन की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि अन्न, पान, स्थान, शयन, वस्त्र, मन, वचन व काया तथा नमस्कार के नौ पुण्य के मार्ग है। इनमें पांच पुण्यों को मजबूत बनाने वाला मन पुण्य है। मनुष्य के कर्म बंधन व मुक्ति का एक मार्ग मन है। मन को सकारात्मक, धार्मिक सोच,पुण्य व परोपकारी कार्यों में लगाएं बुरे चिंतन,विचार व कार्यों से बचे।
इस अवसर पर मुनि मंथन प्रभ सागर म.सा. के सांसारिक वीर पिता चोहटन के ओमजी सिंघवी व सूरत के कुशल मंडोवरा व उनकी पत्नी मनीषा मंडोवरा का अभिनंदन श्री संघ की ओर से खरतरगच्छ युवा परिषद की बीकानेर इकाई के कोषाध्यक्ष अनिल पारख व सदस्य अभिषेक डागा तथा खरतरगच्छ महिला परिषद की सदस्याओं ने किया। खरतरगच्छ युवा परिषद के अध्यक्ष अनिल सुराणा ने बताया कि ने बताया कि साध्वीश्री दीपमाला की 15 दिन की तपस्या के अनुमोदनार्थ मंगलवार को रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में सांझी का आयोजन होगा। बुधवार डागा, सेठिया, पारख मोहल्ले के महावीर भवन से सुबह साढ़े सात बजे ’’वरघोड़ा’’ (शोभायात्रा) निकलेगी, जो विभिन्न मोहल्लों में होते हुए रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में पहुंचकर संपन्न होगी।
वासुपुज्य स्वामी मंदिर में अभिषेक व स्नात्र पूजा,
भांडाशाह मंदिर में ध्वजा उत्सव आज
बीकानेर, 22 सितम्बर। श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में सकल श्रीसंघ के सहयोग से गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर व साध्वी दीपमाला श्रीजी आदिठाणा के सान्निध्य में सोमवार को बच्छावतों के मोहल्ले के भगवान वासु पुज्य स्वामी के मंदिर में स्नात्र पूजा, 18 अभिषेक किया गया।
नीमच के विधिकारक संजय कांकरिया व सुनील जैन ने विधि विधान से स्नात्र पूजा व अभिषेक करवाया। पूजा में श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के उपाध्यक्ष महावीर डागा, सदस्य संजय बोथरा, बीकानेर निवासी मुंबई प्रवासी अभय डागा, सुमति डागा, हुक्म चंद डागा, अभिषेक डागा आदि ने हिस्सा लिया।
श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष हरीश नाहटा ने बताया कि बारहवीं शताब्दी में बने भांडाशाह जैन मंदिर में 511 वां ध्वजा उत्सव मंगलवार को सुबह सात बजे स्नात्र पूजा, 18 अभिषेक के साथ मनाया जाएगा। नाहटा ने बताया कि 541 वर्ष प्राचीन इस मंदिर में भक्ति संगीत के साथ होने वाले 18 अभिषेक में विभिन्न कुओं का जल व जड़ीबुटियों का उपयोग किया जाएगा।