बीकानेर,जैसे जैसे एआई तकनीक में नए नए आयाम आ रहे है वैसे वैसे ठगी के नए नए तरीके इजाद हो रहे है। ठगों ने अब यू ट्यूबर्स को उनका चैनल मॉनिटाइज कराने के नाम पर ठगी का नया खेल शुरू कर दिया है। वे फेसबुक, इंस्टाग्राम पर चैनल मोनोटाइज कराने के नाम पर हजारों रुपए ठगने लगे है।
ऐसे ठग फेसबुक, इंस्टाग्राम पर अपनी पोस्ट डालते है और ऐसे यू ट्यूबर्स को अपना शिकार बनाते है जिनके चैनल में, यू ट्यूब की पॉलिसी की अनुसार 1 हजार सब्सक्राइबर्स और लोगों द्वारा 4 हजार घंटे देखे जाने की शर्त पूरी नहीं होती । ये ठग ऐसे यू ट्यूबर्स से उनके चैनल का लिंक मांगते है, चुकी ऐसे लोग अपने चैनल को जल्दी ग्रो कराने और मॉनिटाइज कराने के चक्कर में इनके जाल में फंस जाते है। लिंक शेयर करने के बाद ये संबंधित को व्हाट्स ऐप कॉल कर उसे लुभाते है और उन्हें अपनी बातों में फंसा कर उनके सब्सक्राइबर्स बढ़ाने और लोगों द्वारा 4 हजार घंटे देखने की शर्त पूरी करने के नाम पर उनसे रुपए ऐंठ लेते है।
कुछ लोग जो सतर्क होते है, या उनके जाल में नहीं फंसते तो वे उन्हें आधे रूपए पहले उनके भेजे गए क्यूं आर कोड को स्कैन करके भेजने को बोलते है। जैसे ही शिकार लालच में आकर उन्हें आधे पैसे भेजता है वो शिकार को अपने सब्सक्राइबर्स की संख्या देखने को कहते है ,जब चैनल वाला अपने चैनल को देखता है तो वास्तव में व्यूज और सब्सक्राइबर्स की संख्या 1 हजार के पार दिखाई देती है। इससे उनके द्वारा फंसाए गए शिकार को विश्वास हो जाता है। इस विश्वास की बिनाह पर वे ग्राहक से शेष तय की गई बकाया राशि तुरंत भेजने को कहते है और बताते है कि आप शेष राशि जल्दी भेजिए आपका चैनल मोनोटाइज होने वाला है, हमारे सिस्टम में चल रहा है और वे एक फर्जी मैसेज भी भेजते हैं जिसमें उनके चैनल को रेडी टू मोनोटाइज और एस्टीमेटेड उनकी रेवेन्यू के बारे में जानकारी होती है।
इस झांसे में आकर शिकार ये सोचकर जल्दी ही शेष राशि भी भेज देता है कि वो वर्षों से मोनोटाइजेशन का इंतजार कर रहा था और इन्होंने करके दिखा दिया।
इसके बाद शिकार से और रुपए ऐंठने के लिए एक और तरीका अपनाते है ठग। जिसमें शिकार से और रुपए मांगे जाते है और कहा जाता है कि आपको अमुक रुपए और भेजने है जिसमें से आपके द्वारा कमाए गए रुपए तथा तीसरी बार दिए गए रुपए में से 10 रुपए काटकर शेष राशि आपके खाते में आ जाएगी और शिकार पर दबाव बनाते है जल्दी कीजिए आपका चैनल ग्रो करने की लाइन में है यदि नहीं किए तो आपका चैनल मोनोटाइज होने तथा अर्निग से वंचित हो जाएगा। बेचारा शिकार इस दहलीज पर आकर मोनोटाइज से वंचित होना नहीं चाहता। और इस प्रकार तरह तरह के बहाने बनाकर मोनोटाइज की चाह में यू ट्यूबर से रुपए ठगते रहते है। जब तक शिकार को पता लगता है कि वो ठगा जा रहा है तब तक ये उनसे हजारों रुपए ठग चुके होते है।