
बीकानेर,दंतौर,खाजूवाला तहसील की मण्डी दंतौर के वार्ड नंबर तीन में रहने वाले, भारतीय सेना में हवलदार रिछपाल पुत्र अर्जुनराम के निवास पर करीब एक माह पूर्व 25 अगस्त की रात को हुई चोरी का आज तक पता ना चल पाने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। इसके चलते ग्रामीणों के विशेष आग्रह पर मंगलवार को सामाजिक कार्यकर्ता एवं अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा, मुकाम के विशेष आमंत्रित सदस्य रामेश्वरलाल बिश्नोई ने प्रार्थी रिछपाल के साथ पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र ङ्क्षसह सागर से मुलाकात की। इस दौरान रामेश्वरलाल बिश्नोई ने एक बार पुन: पुलिस अधीक्षक को अपने गांव दंतौर में घटित हुई घटना से अवगत कराते हुए बताया कि २५ अगस्त की रात दंतौर में अज्ञात चोरों ने रात्रि के अंधेरे का फायदा उठाकर घर के पीछे खिड़कियां तोडक़र घर के घुसकर करीब 40.5 तौला सोना, 51 तौला चांदी के गहने और 25 हजार रूपये नगद चोरी करके ले गये ।
रामेश्वरलाल बिश्नोई ने बताया कि रिछपाल स्वयं भारतीय सेना में कार्यरत है। इनकेे माता-पिता बुजुर्ग है, जिस वक्त घटना घटित हुई उस वक्त इनकी माता जी घर की छत पर सो रही थी और पिता जी बाहर बाड़े में सो रहे थे। २६ अगस्त की सुबह 5 बजे जब माता तुलछा देवी उठी और उन्होंने देखा कि घर के पीछे की खिडकियां टूटी हुई थी एवं कमरे में रखे बक्से का ताला टूटा हुआ था। उक्त घटना की जानकारी उन्होंने मेरे पिता को दी। घटना के बाद जब बक्से में रखे सामान को देखा तो उसमें
यह कि उक्त प्रथम सुचना रिपोर्ट में चोरी किये गये सामान की सम्पूर्ण घटना पुलिस थाना दंतौर द्वारा दर्ज नहीं की गई है, मुझ प्रार्थी के घर पर कुल सोने के आभुषण 40.5 तौला चोरी हुए थे, जबकि पुलिस थाना दंतौर द्वारा प्रथम सुचना रिपोर्ट में 26.00 तौला ही दर्ज किया गया है।
यह कि उक्त चोरी की घटना कारित हुए आज करीब 1 माह बीत चुका है, परन्तु आज दिनांक तक पुलिस थाना दंतौर द्वारा ना तो अज्ञात चोरों को गिरफ्तार किया गया है और ना ही मुझ प्रार्थी के घर से उक्त चोरी हुए सामान की किसी भी प्रकार से कोई बरामदगी की गई है।
यह कि उक्त चोरी की घटना को लेकर हमें कई लोगों पर शक है जिनके नाम पुलिस थाना दंतौर को अवगत करवाये गये थे परन्तु पुलिस थाना दंतौर द्वारा किसी भी प्रकार से कोई भी पूछताछ उन व्यक्तियों से नहीं की गई है एवं ना ही उक्त घटना से संबंधित कोई अनुसंधान पुलिस थाना दंतौर द्वारा किया जा रहा है।
यह कि मुझ प्रार्थी के माता-पिता बुजुर्ग है व बार-बार पुलिस थाना दंतौर के चक्कर काटने में असमर्थ है व मैं स्वयं प्रार्थी भारतीय सेना में हवलदार के पद पर दीमापुर, नागालैण्ड में पदस्थापित हूँ और मुझे भी भारतीय सेना द्वारा बार-बार छुट्टी नहीं दी जाती है व नागालैण्ड व राजस्थान के मध्य दूरी भी लगभग 3000 किमी है इसलिए आना-जाना भी दुर्भर है।
यह कि उक्त घटना से मैं स्वयं प्रार्थी व मेरा परिवारजन काफी परेशान व सदमें में है परन्तु पुलिस थाना दंतौर
सोने के आभुषण में माँ के गहने जिनमें कंठी 3 तौला, टडा और तखतीया 7 तौला, रखडी और टीका 2 तौला, कंठी और अंगुठी- 3 तौला, टोप्स और अंगुठी- 2 तौला तथा भाभी रेखा के गहने जिनमें मंगलसुत्र 1.5 तौला, अंगुठी 1 तौला, रखडी व टीका 3 तौला और नथ 1 तौला । पत्नी सुनीता कुमारी के गहने जिनमें रखड़ी व टीका 3 तौला, टोप्स 1 तौला, कंठी 3 तौला और बड़े भाई मांगीलाल की चैन 2 तौला, कड़ा 2 तौला तथा रिछपाल के स्वयं की अंगुठी (3 नग) 2 तौला । छोटे भाई जयपाल की ंगुठी 3 नग 2 तौला, चैन 2 तौला गायब थे। इस प्रकार कुल सोने के आभुषण 40.5 तौला एवं चांदी के आभुषण में 13 तौले की पाजैब, भाभी रेखा के 13 तौला पाजैब, पत्नी सुनीता कुमारी के 17 तौले की पाजैब, बच्चों के कड़े 8 तौले के कुल 51 तौला चांदी के आभुषण व नगदी 25 हजार रुपए चोरी कर लिये गये थे । इस घटना के बाद पुलिस थाना दंतौर में २६ अगस्त को लिखित रूप से मामला दर्ज करवाया गया था। जिसकी प्रथम सुचना रिपोर्ट की क्रम संख्या 55/2025 है।
रिछपाल ने बताया कि थाने में जाने पर किसी ना किसी प्रकार से बहाने देकर उक्त मामलें के अनुसंधान करने में टालमटोल कर रहें है। पुलिस थाना दंतौर के रवैये से लगने लगा है कि न्याय मिलने की उम्मीद कम है। एवं में स्वयं भारतीय सेना में होकर देश की सेवा कर रहा हूँ और मुझ प्रार्थी को भारतीय सेना में सैनिक होने के बावजूद भी न्याय के लिए दरबदर की ठोकरे खानी पड़ रही है।
इस पर रामेश्वरलाल बिश्नोई ने मामले को गंभीरता पूर्वक निस्तारण करने का आग्रह पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर से किया। इस पर अधीक्षक ने तत्काल मामले को लेकर साइबर क्राइम के एक्सपर्ट दीपक यादव से कहा कि वह इस मामले में विशेष रूचि लेकर इसका जल्द खुलासा करे। साथ ही संबंधित सर्किल इंसपेक्टर को दंतौर में गश्त के लिए अतिरिक्त जाब्ता लगाने का निर्देश भी दिए हैं।