












देशनोक/बीकानेर,देशनोक नगरपालिका में पीएम आवास योजना को लेकर कईबार भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके है।लेकिन इसबार यह तथ्यात्मक आरोप देशनोक भाजपा मंडल अध्यक्ष पवन पंचारिया पर लगे है।स्वरूप नामक लाभार्थी का योजनांतर्गत तीन किस्तों का भुगतान(₹ 30,000, 3,0000 ,60,000=1,20,000) एक लाख 20 हजार अपने खाते भुगतान करवाने का आरोप भाजपा मंडल अध्यक्ष पर लगा है।
स्थानीय युवा मनोज,कालू दान,प्रदीप आदि ने पूरे प्रकरण से जुड़े दस्तावेजों के साथ लिखित शिकायत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ व प्रधानमंत्री कार्यालय को प्रेषित की है।साथ ही गंभीर आरोप लगाया है कि यह कृत्य प्रधानमंत्री मोदी की पारदर्शी एवं भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था को तार- तार करने वाला है।पार्टी की छवि को धूमिल किया हैं। देशनोक भाजपा मंडल अध्यक्ष पवन कुमार के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की मांग के साथ पार्टी से निष्काषित करने की भी मांग की है।
तबातोड़ भुगतान
जहां एक ओर पीएम आवास योजना के कई लाभार्थी महीनों से अपनी किस्त का इंतजार कर रहे जबकि इस प्रकरण में एक ही दिन में (25/07/2024)दो किस्तों का भुगतान कर दिया गया।तीसरी क़िस्त का भुगतान 30/07/2024 को महज पांच दिनों में ही कर दिया गया।जबकि कई ऐसे लाभार्थी है जो एक वर्ष अधिक समय से अपनी क़िस्त के भुगतान का इंतजार कर रहे हैं।
भ्रष्टाचार के आरोपो से गिरी सीएलटीसी कर्मी के लिए लिखा प्रशंसा पत्र
हाल ही में पीएम आवास योजना में किस्तों के भुगतान को लेकर देशनोक पालिका की सीएलटीसी कर्मी महक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे तब देशनोक भाजपा मंडल अध्यक्ष पवन कुमार ने कर्मी के पक्ष में खुला प्रशंसा पत्र जारी कर दिया।अब उस पत्र के सही मायने सामने आए हैं।जो भाजपा सुशासन व भ्रष्टाचार मुक्त भारत की बात करती है उसी पार्टी का एक मंडल अध्यक्ष स्वयं भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोपो से गिरा हुआ है वो किसी और भ्रष्टाचार के आरोपी कर्मचारी के पक्ष में तारीफों के पुल बांधकर आधिकारिक तौर पार्टी लेटर पर लिखकर सार्वजनिक तौर पर जारी करता है…यह भाजपा के लिए बेहद शर्मनाक हैं।
बड़ा सवाल
इतने गंभीर भ्रष्टाचार के आरोपो से गिर चुके मंडल अध्यक्ष पर भाजपा क्या कार्यवाही करती है,यह पार्टी के लिए भी बड़ी चुनौती है ।हालांकि हाल ही में खींवसर से भाजपा विधायक डांगा सहित तीन विधायको के खिलाफ प्रदेश सरकार ने जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाकर एक बड़ा संदेश दिया हैं।क्या इस प्रकरण में भी ऐसी जीरो टॉलरेंस की कार्यवाही होगी ?देशनोक नगरपालिका प्रशासन इस भ्रष्टाचार के खिलाफ क्या कार्यवाही करेगी या फिर जांच के नाम पर लीपापोती करेगी।क्योंकि यह प्रकरण केवल भ्रष्टाचार का नहीं है बल्कि ठगी जैसे अपराध की श्रेणी में आता हैं।
देशनोक पालिका के अधिशाषी अधिकारी रविन्द्र सिंह ने इस प्रकरण पर अपना पक्ष रखते हुए कहा ” मेने हाल ही में देशनोक पालिका ईओ पद पर जॉइन किया है।आज ही यह प्रकरण मेरे संज्ञान में आया है,इसकी पालिका स्तर जांच करवाई जायेगी।”
