
बीकानेर,कलाकार उसे कहते हैं जिसकी कला का लोहा चारो और मं नवाया जाता है कलाकार के किरदार पर ही उसकी आर्ट छुपी होती है और इस कला को उसके परिवार का सदस्य अपना ले तो एक कला जीवित ही रहती है परिवार के बीच में बसकर बीकानेर में भी एक ऐसा परिवार है जिसकी तीन पीढ़ियां अब तक यह किरदार निभाती आई है जी हां हम बात कर रहे हैं नगर के साथ ख्याति नाम परिवार आहूजा परिवार की, जिसके पहले सदस्य स्व माधव दास आहूजा ने लगभग 20 साल बीकानेर दशहरा कमेटी में उत्सव में निकलने वाली सचेतन झांकियां में रावण का किरदार निभाया था, इस आहूजा परिवार की तीन पीढ़ियां अब तक इसके किरदार को निभाती आ रही है आहूजा परिवार के माधव दास के बाद पूर्व आयकर अधिकारी शिवाजी आहूजा ने इस पात्र को 25 साल पूरे बेहतर तरीके से अंजाम दिया और जय लंकेश के नाम से जाना पहचाना नाम लिया अब शिवाजी आहूजा के दत्तक पुत्र और माधव दास आहूजा के पोते रंगकर्मी,कलाकार, पत्रकार, के कुमार हाउस आहूजा रावण का रोल निभा रहे हैं लगातार सफल अभिनय करने वाले वाले के कुमार आहूजा पर बीकानेर दशहरा कमेटी को नाज है