बीकानेर,बीकानेर में एक नाला कभी भी प्रलय ला सकता है। सुजानदेसर क्षेत्र का यह नाला कभी भी तबाही मचा सकता है। नगर विकास न्यास का यह नाला सुजानदेसर रोड तक पक्का है और बाद में इसे एसटीपी की तरफ मोड़ा जाना था लेकिन इसे अधूरा छोड़ दिया गया। इस नाले के मुहाने पर दो दर्जन भर से ज्यादा मकान बने हुए हैं, बहुत तेज बरसात आई तो इन मकानों को खतरा है।
मानसून अभी आने में काफी देरी है । बीकानेर में हर साल मानसून आता है तो हर गली में पानी भर जाता है ।बीकानेर में ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरीके से गड़बड़ाया हुआ है । 90% से ज्यादा नालें जाम पड़े हैं। कई जगह तो नाले कच्चे हैं । ऐसे ही सुजानदेसर के पास खुदखुदा कॉलोनी क्षेत्र में कच्चे नाले ने कल रात कोहराम मचा दिया। मानसून पूर्व की कल हुई हल्की बारिश ने बीकानेर नगर निगम और नगर विकास न्यास की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। कल रात हुई बारिश से खुदखुदा कॉलोनी में कच्चा नाला ओवरफ्लो हो गया और कुछ ही देर में एक स्थान से पानी ने तेज गति से निकलना शुरू किया और आसपास के मैदानी इलाकों में फैल गया। इस पानी के निकलने से वहां जमीन में कई जगह पर कटाव हो गया। इस कटाव के कारण आसपास रहने वाले लोगों के लिए आने जाने में परेशानी का शबब बन गया है। हालांकि यह नाला पूरी तरीके से अवैध है। इस नाले की पिछले दिनों सफाई कर सिल्ट निकाल दिया । कच्चे नाले की सफाई कर पॉलीथिन थैलियों वाले कचरे का ढेर नाले के दोनों तरफ लग गया। कल रात आई बारिश के कारण यह कचरा वापस बहकर नाले में चला गया । इससे एक स्थान पर पानी ओवरफ्लो होने लगा। जैसे की जानकारी है इस नाले में पूरे शहर का पानी आता है । यह नाला अभी तक एसटीपी यानी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से नहीं जोड़ा गया है।
इस नाले को एसटीपी तक ले जाने के लिए ₹68 लाख 50 हजार का बजट बना दिया गया है । इसकी डीपीआर बनकर तैयार है। आर यू डी आई पी की ओर से एसटीपी का निर्माण करवाया जा रहा है। सुजानदेसर क्षेत्र में यह स्थिति एसटीपी बन रहा है। बाद में इस नाले को एसटीपी तक पहुंचाया जाएगा।