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बीकानेर,राजस्थान सरकार की ओर से लागू किये गये राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में प्राइवेट डॉक्टर्स की बेमियादी हड़ताल की पीड़ा अब पीबीएम होस्पीटल को भुगतनी पड़ रही है। प्राइवेट डॉक्टर्स के समर्थन में उतरें रेजिडेंट्स के कार्य बहिष्कार से पीबीएम की चिकित्सीय व्यवस्थाएं बेकाबू होने से रोगियों को इलाज के लिये इधर उधर भटकना पड़ रहा है। होस्पीटल में भर्ती गंभीर रोगियों के ऑपरेशन हो रहे हैं लेकिन सामान्य ऑपरेशन के लिए मना किया जा रहा है। अब तक दो सौ से ज्यादा ऑपरेशन पीबीएम अस्पताल में टाले जा चुके हैं। जिन रोगियों के ऑपरेशन टाले जा रहे उन्हे डिस्चार्ज किया जा रहा है। प्राइवेट डॉक्टर्स की हड़ताल समाप्त होने पर ही ये ऑपरेशन हो सकेंगे। जानकारी के अनुसार रेजिडेंट्स डॉक्टर्स के कार्य बहिष्कार से पीबीएम के कैंसर,कार्डियोलॉजी,जनाना होस्पीटल,शिशु होस्पीटल और नेफ्रोलॉजी विभाग में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा । हालांकि रेजिडेट की हड़ताल के बावजूद सीनियर डॉक्टर मरीजों को देख रहे हैं। लेकिन रोगियों की लगातार बढ़ती तादाद के कारण हालातों को संभाल पाना सिनियर डॉक्टर्स के लिये मुश्किल हो गया है। पीबीएम होस्पीटल के अलावा जिला अस्पताल जस्सूसर गेट और सेटेलाइट अस्पताल गंगाशहर में रोगियों की भीड़ उमड़ चिकित्सा व्यवस्था पटरी से उतर गई है। वहीं रेजिडेंट के कार्य बहिष्कार को लेकर एसपी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.गुंजन सोनी ने बताया अस्पताल की व्यवस्थाओं को नहीं बिगडऩे देंगे। उन्होने कहा कि रेजिडेंट की हड़ताल की वजह से प्रभाव पड़ा है, लेकिन व्यवस्थाएं संभालने के लिए वैल्किप बंदोबश्त किये गये है। किसी भी तरह से मरीजों को परेशान नहीं होने देंगे। सीएमएचओ सभी मेडिकल ऑफिसर की सेवाएं मांगी है।
-धरना स्थल पर किया सुंदरकांड का पाठ
इधर एसपी मेडिकल कॉलेज के धरने पर बैठे प्राइवेट डॉक्टर्स ने सोमवार को धरना स्थल पर सुंदर कांड का पाठ कर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। धरने पर मौजूद डॉ.हरमित सिंह ने बताया राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में प्राइवेट डॉक्टर्स ने जयुपर में एतिहासिक रैली निकाल कर अपना विरोध दर्ज कराया है इसके बावजूद सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है । उन्होने कहा कि राइट टू हेल्थ बिल राजस्थान की चिकित्सा व्यवस्था के लिये कुठाराघात साबित होगा। इसके लागू होने से इंस्पेक्टर राज बढ़ेगा। वहीं प्राइवेट हॉस्पिटल पर मुसीबतें भी बढ़ेगी इसलिए सभी के हित में इस बिल को निरस्त किया जाना ही उचित होगा। धरना स्थल पर डॉ.गुरजीत कौर,डॉ.जेपी सारस्वत, डॉ.गुलाब बौथरा, डॉ.सुचित बौथरा,डॉ मनीष बौथरा समेत बड़ी तादाद में प्राइवेट डॉक्टर्स शामिल रहे।
-सरकार ने मांगी सूची और हो सकती है कार्रवाई
राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में बीकानेर के तमाम प्राइवेट हॉस्पीटल बंद हैं, जिससे मरीजों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। इधर सरकार प्राइवेट डॉक्टर्स की हड़ताल खत्म कराने बड़े एक्शन की तैयारी में जुट गई है। इसके बीकानेर के तमाम प्राइवेट हॉस्पिटलों की सूची मय संचालक का नाम व मोबाइल नंबर और स्वीकृत बैड की मांगी है, जिसमें वर्तमान स्थिति भी पूछी गई है कि निजी अस्पताल चालू है या बंद है। बताया जाता है कि बीकानेर के तमाम प्राइवेट होस्पीटलों के बंद होने की सूचना जयपुर भेजी गई है। सरकार सभी जिलों से सूची मंगाने के बाद कोई सख्त कार्रवाई कर सकती है।

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