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बीकानेर,प्रदेश के सभी मदरसों में आने वाले दिनों में राष्ट्रीय ध्वज लहराएगा. इसके लिए राजस्थान मदरसा बोर्ड ने तैयारियां शुरू कर दी है. पांच दिन की यात्रा पर झुंझुनूं आए राजस्थान मदरसा बोर्ड के चेयरमैन एमडी चोपदार ने इसकी जानकारी दी है.

उन्होंने कहा कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों के मन में बचपन से ही देश के प्रति प्यार, सम्मान और जज्बा पैदा हो. इसके लिए यह काम किया जा रहा है.

इसके अलावा 100 मदरसों को पहले चरण में मॉडल मदरसे बनाने के अलावा आठवीं तक के मदरसों को 12वीं तक क्रमोन्नत करने की योजना भी चल रही है. साथ ही साथ शिक्षा विभाग की तर्ज पर मदरसों का शिविरा पंचांग कैलेंडर बनाने पर भी विशेषज्ञों द्वारा काम किया जा रहा है. इससे पहले झुंझुनूं के दरगाह कमरूद्दीन शाह स्थित मदरसा कमरूल उलूम में जिला अनुदेशक संघ की ओर से एमडी चोपदार का अभिनंदन किया गया. इस मौके पर चोपदार ने बताया कि 10 सालों से मानदेय बढ़ाने तथा नियमित करने की मांग पैराटीचर्स की चल रही थी. जिसके तहत इस बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ना केवल पैराटीचर्स का मानदेय बढ़ाया है. बल्कि इन्हें शिक्षा अनुदेशक के नाम से जाना जाएगा. यह निर्णय लिया है.

यही नहीं रिक्त 6800 पदों पर नए शिक्षा अनुदेशक भर्ती करने तथा शिक्षा विभाग की स्कूलों की तर्ज पर मदरसों के बच्चों को भी दो-दो ड्रेस देने की घोषणा की गई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा लिए गए निर्णयों से अनुदेशकों में खुशी है. आने वाले दिनों में पैराटीचर्स को नियमित करने की मांग भी पूरी होगी. जिसके लिए लगातार कोशिश की जा रही है.

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