बीकानेर,दस दिनों तक डॉ कर्णी सिंह स्टेडियम देश की सांस्कृतिक विरासत का केंद्र रहा। राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के तहत देश भर से एक हजार से अधिक कलाकारों ने प्रस्तुतियां देकर लोगों का मन मोह लिया।
यहां तक कि पद्मश्री पाने वाले कलाकरों को भी बीकानेर के लोगों के साथ सिर पर बिठाया गया।
लेकिन सरकारी तंत्र की लापरवाही तो देखिए महोत्सव के ठेकेदारों ने अपना सामान समेटा और गंदगी ही छोड़ गए। मेला खत्म होने के आठ दिन बाद भी स्टेडियम की सफाई नहीं हो सकी है। बीकानेर का यह एकमात्र ऐतिहासिक स्टेडियम है, जहां खिलाड़ी सुबह-शाम अभ्यास करते हैं। आठ दिन से वे स्टेडियम की सफाई का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने खेल विभाग और निगम को भी मामले से अवगत कराया, लेकिन जब सरकारी तंत्र को शर्म नहीं आई तो खिलाड़ी खुद ही सफाई में जुट गए।