बीकानेर,पुलिस ने गैंगस्टरों के सोशल मीडिया अकाउंट को फॉलो करने वालों के खिलाफ ऑपरेशन साईबर क्लिन तेज कर दिया है। इसके तहत सोमवार को नया शहर,जसरासर,गजनेर पुलिस ने आधा दर्जन बदमाशों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया। जानकारी में रहे कि जिला पुलिस की नयी एसपी तेजस्वनी गौतम ने अभी शनिवार को आयोजित क्राईम मिटिंग में तमाम पुलिस अधिकारियों को सख्ती के साथ निर्देश दिये थे कि गैंगस्टरों की फेसबुक व अन्य सोशल साइट पर पोस्ट लाइक और सोशल मीडिया पर हथियारों का प्रदर्शन करने वाले बदमाशों को डिटेन कर उन्हे खिलाफ कानूनी शिंकजा कसा जाये। ऑपरेशन साईबर क्लिन से जुड़े सीओ सिटी दीपचंद ने बताया कि गिरफ्त में लिए गए सभी युवाओं पर काफी लंबे समय से नजर रखी जा रही थी,जो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर गैंगस्टरों को फॉलो करने के साथ हथियारों का प्रदर्शन कर रहे थे। ऑपरेशन के तहत नया शहर पुलिस ने नामी बदमाश नीरज यादव को हरियाणा के नारनौल से दस्तयाब कर उसे हिरासत में लिया और आम्र्स एक्ट के तहत कार्यवाही दर्ज की है। थाना पुलिस ने इलाके में फूलनाथ बगेची के पास रहने वाले विकास साध पुत्र गिरधारी दास को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ भी कार्यवाही दर्ज की है जो सोशल मीडिया पर गैंगस्टरों को फॉलो कर रहा था। इसी तरह जसरासर पुलिस ने थाना इलाका निवासी अशोक पुत्र श्रवणराम तर्ड और बजरंग पुत्र रेंवतराम तर्ड को गिरफ्त में लेकर हवालात में बंद किया। दोनों आरोपी आदतन अपराधी है और इनके खिलाफ नकबजनी,लूट और डकैती के केस दर्ज है। वहीं गजनेर पुलिस ने गोलरी निवासी सतपाल सिंह पुत्र मानसिंह राजपूत को गिरफ्तार कर हवालात मेंं बंद किया,जो अपने सोशल मीडिया एकांउट से गैंगस्टरेां को फॉलो कर रहा था। जानकारी में रहे कि बीकानेर में अपराधियो पर शिंकजा कसने के लिये एसपी तेजस्वनी गौतम के निर्देश पर विशेष टीमें बनाई गई थी जो इन अपराधियों के नाम से चल रहे सोशल मीडिया अकाउंट की जांच कर रही थी । मालूम हो कि प्रदेश में बीते कुछ दिनों से गैंगवार के मामले बढ़ रहे हैं और गैंगस्टर लगातार पुलिस को खुली चुनौती भी दे रहे हैं.
-सोशल मीडिया अकाउंट खंगाल रही पुलिस
सीओ सिटी ने बताया कि इन अपराधियों का अनुसरण करने और ‘लाइकÓ करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं,ये टीमें अपराधियों के नाम चल रहे सोशल मीडिया अकाउंट की जांच कर रही है और उन्हें अनुसरण करने वाले लोगों को चिन्हित कर रही है। सीओ सिटी ने बताया कि पिछले काफी अर्से से ऐसा देखा जा रहा है जो पेशेवर अपराधी हैं वे पुलिस रिकॉर्ड में भले भगोड़ा हैं लेकिन वे सोशल मीडिया पर बहुत अधिक सक्रिय हैं. इन गैंगस्टर्स के फैन फॉलोअर्स में अधिकतर युवा हैं और उनकी तस्वीरों को लाइक करके और टिप्पणी करके परोक्ष रूप से उनके आपराधिक कृत्य पर मुहर लगाते हैं. पुलिस की नजर ऐसे ही युवाओं पर है क्योंकि उनके अपराध की दुनिया में कदम रखने की आशंका ज्यादा है।